Manu Bhaker Qualification: मेडल जीतने वाली मनु भाकर है कितनी पढ़ी लिखी, ओलंपिक में इस पदक से खोला भारत का खाता
ओलंपिक खेलों में भारत की महिला शूटर मनु भाकर ने विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर न केवल देश का मान बढ़ाया है बल्कि वह ओलंपिक्स मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला शूटर भी बन गई हैं। यह क्षण निस्संदेह भारतीय खेल इतिहास में एक सुनहरा अध्याय जोड़ गया है।
हरियाणा की शान
22 वर्षीय मनु भाकर हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव से है। हरियाणा जो कि खेलों में अपनी विशेष पहचान रखता है मनु ने इस राज्य की खेल प्रतिभा को विश्व स्तर पर और मजबूती मिली है। मनु की मां स्कूल में पढ़ाती हैं जबकि उनके पिता मरीन इंजीनियर हैं।
शैक्षिक यात्रा और खेल की ओर झुकाव
मनु ने अपनी शुरुआती पढ़ाई झज्जर के यूनिवर्सल पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल से की है और वर्तमान में वह दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में ग्रैजुएशन कर रही हैं। स्कूली दिनों से ही मनु ने टेनिस, स्केटिंग और मुक्केबाजी जैसे खेलों में हिस्सा लिया है जिससे उनके खेल के प्रति लगाव का पता चलता है।
शूटिंग में करियर की शुरुआत
खेलों में रुचि रखने वाली मनु ने महज 14 साल की उम्र में शूटिंग में अपना करियर बनाने का निर्णय लिया। उनकी इस बहादुरी और समर्पण ने उन्हें न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाई है। ओलंपिक्स में उनकी उपलब्धि ने भारतीय शूटिंग के लिए एक नई उम्मीद और प्रेरणा मिली।
उपलब्धिया
मनु भाकर की इस जीत ने न केवल उनके करियर को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया है बल्कि यह उपलब्धि उनके साथ-साथ पूरे देश के लिए भी गर्व की बात है। उनकी इस सफलता ने देश के युवाओं खासकर महिला खिलाड़ियों के लिए एक मिसाल कायम की है। मनु भाकर का यह पदक न सिर्फ उनके निजी करियर की बड़ी उपलब्धि है बल्कि यह भारतीय खेल क्षेत्र के लिए भी एक उज्ज्वल भविष्य की ओर इशारा करता है।