मुगल बादशाह अपने हरम में अय्याशी करने के लिए करते थे ये काम, औरतों से भरे हरम में किन्नरो से करवाया जाता था ये काम

मुगल साम्राज्य जिसकी नींव बाबर ने रखी अपनी भव्यता और शाही परंपराओं के लिए प्रसिद्ध रहा है। बाबर द्वारा स्थापित हरम की परंपरा को उनके वंशज अकबर ने नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया। अकबर के हरम में 5,000 से अधिक रानियाँ और महिलाएँ थीं जो उस समय के समाज में एक विशेष स्थान रखती थीं।

 

मुगल साम्राज्य जिसकी नींव बाबर ने रखी अपनी भव्यता और शाही परंपराओं के लिए प्रसिद्ध रहा है। बाबर द्वारा स्थापित हरम की परंपरा को उनके वंशज अकबर ने नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया। अकबर के हरम में 5,000 से अधिक रानियाँ और महिलाएँ थीं जो उस समय के समाज में एक विशेष स्थान रखती थीं।

हरम में जीवन की झलक

इतालवी चिकित्सक निकोलाओ मानुची ने 'मुगल इंडिया' नामक किताब में हरम के जीवन का वर्णन किया है। मानुची को जिन्हें विशेष अवसरों पर हरम में प्रवेश की अनुमति थी ने हरम के अंदरूनी जीवन के कुछ गुप्त पहलुओं को उजागर किया।

हरम के अंदर की कहानियाँ

मनूची के अनुसार, हरम में रहने वाली महिलाएँ अक्सर झूठी बीमारियों का बहाना बनाकर चिकित्सकों को बुलाती थीं, ताकि उन्हें किसी पुरुष का स्पर्श महसूस हो सके। इससे उनकी उस समाज में महिलाओं की स्थिति और मनोदशा का पता चलता है।

हरम का आलीशान जीवन और उसके पीछे की सच्चाई

मनूची ने आगे बताया कि हरम की औरतों के पास शाही कपड़े, आरामदायक सामान, और दासियों की भरमार होती थी। हालांकि इस आलीशान जीवन के पीछे उनकी एकाकी और सीमित जीवनशैली छिपी हुई थी।

हरम में पैदा हुए बच्चों का जीवन

हरम के भीतर पैदा हुए बच्चों के लिए स्कूल और मैदान जैसी सुविधाएँ थीं। यह दर्शाता है कि मुगल साम्राज्य में शाही परिवार के बच्चों की परवरिश और शिक्षा का भी खास ध्यान रखा जाता था।