Mughal Harem: मुगल हरम में मर्दों को भी रानियों के लिए करना पड़ता था ये काम, सच्चाई जानकर तो आप भी कांप उठेंगे

अकबर के शासनकाल के मुगल हरम के बारे में इतिहासकारों ने बहुत कुछ लिखा है। कई किताबों में कहा गया है कि अकबर के शासनकाल में मुगल हरम में 5 हजार से ज्यादा महिलाएं थीं।
 

अकबर के शासनकाल के मुगल हरम के बारे में इतिहासकारों ने बहुत कुछ लिखा है। कई किताबों में कहा गया है कि अकबर के शासनकाल में मुगल हरम में 5 हजार से ज्यादा महिलाएं थीं। हरम में महिलाओं को कई सुविधाएं प्रदान की जाती थीं लेकिन इन सुविधाओ के साथ बहुत से प्रतिबंधों भी लगाए गए।

हरम में ऐसी कई महिलाएँ थीं जिन्हें किसी पुरुष द्वारा छुआ जाने में वर्षों लग गए। कुछ महिलाओं को शादी के बाद यहां लाया गया था, जबकि अन्य को बिना सहमति के हरम जीवन जीने के लिए मजबूर किया गया था।

मनुची ने अपनी पुस्तक में कहा है कि वह एक चिकित्सक होने के साथ-साथ एक लेखक भी थे और मुगल राजकुमार दारा शिकोह के साथ उनके घनिष्ठ संबंध थे। मनुची ने अपनी किताब में लिखा है कि हरम की औरतें डॉक्टर को पकड़ लेंगी। उसका हाथ चूमना।

कई बार महिला डॉक्टर का हाथ अपने प्राइवेट पार्ट पर ले गई। और डॉक्टर को सब कुछ चुपचाप सहना पड़ा। इन महिलाओं की देखभाल के लिए मजबूत किन्नरों को नियुक्त किया गया था ये किन्नर किसी को भी गिराने के लिए काफी थे। यहां यह जानना भी जरूरी है कि मुगल हरम की शुरुआत मुगल शासक बाबर ने की थी।

अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए अकबर ने मुगल हरम पर विशेष ध्यान देना शुरू किया। हैरानी की बात यह है कि मुगल हरम में महिलाओं के साथ बादशाह अपना समय बिताते थे। लेकिन पुरुषों को भी कई कामों के लिए रखा गया था। मुगल हरम में कई पुरुषों को भी दिया जाता था।

हरम में पुरुषों को संगीत के वाद्यय् यंत्र बजाने के लिए बुलाया जाता था। कई पुरुष ऐसे भी होते थे जो सिर्फ रखवाली के लिए आया करते थे। साथ ही हरम में कई पुरुषों को खाना बनाने के लिए भी रखा जाता था। हरम की सुरक्षा का जिम्मा किन्नरों को सौंपा गया था।