Mughal Harem: मुगल बादशाह अपनी रानियो के लिए हरम में रखते थे किन्नर, रातभर करते थे ये काम

मुगल साम्राज्य और उसके शासकों का इतिहास हमेशा से ही अपनी महानता और वैभव के लिए चर्चित रहा है। इस इतिहास के पन्नों में अकबर का नाम एक ऐसे शासक के रूप में उभरता है जिसने अपनी बुद्धिमत्ता नीति और विशाल....
 

मुगल साम्राज्य और उसके शासकों का इतिहास हमेशा से ही अपनी महानता और वैभव के लिए चर्चित रहा है। इस इतिहास के पन्नों में अकबर का नाम एक ऐसे शासक के रूप में उभरता है जिसने अपनी बुद्धिमत्ता नीति और विशाल सेना के बल पर साम्राज्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। लेकिन इस महानता के पीछे छुपे कुछ ऐसे पहलू हैं जो अक्सर इतिहास की किताबों में जगह नहीं पाते।

हरम मे किन्नरों का विशेष स्थान

अकबर के हरम में 5000 महिलाओं के अलावा किन्नर भी एक अहम भूमिका निभाते थे। इतिहासकार निकोलाओ के अनुसार ये किन्नर अकबर के विश्वासपात्र थे और हरम की सुरक्षा उन्हीं के हाथों में थी। रानियों और हरम में रहने वाली अन्य महिलाओं की सुरक्षा इन किन्नरों द्वारा सुनिश्चित की जाती थी।

किन्नरों को दिया जाता था मेहनताना

हरम में काम करने वाली महिलाओं और किन्नरों को उनके काम के लिए मेहनताना दिया जाता था। दरोगा जो कि हरम का प्रमुख होता था को सबसे अधिक वेतन मिलता था। इस तरह के वित्तीय प्रबंधन से यह स्पष्ट होता है कि मुगल साम्राज्य में कामकाजी व्यवस्था कितनी सुनियोजित और व्यवस्थित थी।

हरम में किन्नरों की भूमिका

हरम में किन्नरों की उपस्थिति और उनके काम का महत्व सिर्फ सुरक्षा तक सीमित नहीं था बल्कि इससे उस समय के समाज में किन्नरों की स्थिति और महत्व को भी समझा जा सकता है।

मुगल साम्राज्य में किन्नरों को विश्वासपात्र माना जाता था और उन्हें उच्च सामाजिक और राजनीतिक पदों पर भी रखा जाता था। उनका कार्य क्षेत्र सिर्फ हरम तक सीमित नहीं था वे दरबार में भी अपनी सेवाएँ देते थे।