Mughal Harem: हरम में बादशाह को खुश करने के लिए दिनरात ये काम करती थी दासियां, थोड़ी सी लापरवाही होते ही मिलती थी कठोर सजा

हरम में महिलाएं अपनी रौनक को बढ़ाने के लिए कई कार्यक्रम करती थीं। वे गाने, डांस, नृत्य, संगीत और अन्य मनोरंजन कार्यक्रमों का आयोजन करती थीं।
 

हरम में महिलाएं अपनी रौनक को बढ़ाने के लिए कई कार्यक्रम करती थीं। वे गाने, डांस, नृत्य, संगीत और अन्य मनोरंजन कार्यक्रमों का आयोजन करती थीं।

उन्होंने इन कार्यक्रमों में अपनी कला, सुंदरता और सामरिकता का प्रदर्शन किया, जिससे हरम में रंगीन और आकर्षक माहौल बना रहता था।

विदेशों से लाकर कुछ महिलाओं को हरम में बंदी बनाया गया था। ये महिलाएं शाही परिवार को तोहफे के तौर पर मिलती थीं और वे हरम में रहकर उनकी कला, सुंदरता और बुद्धिमता का आनंद लेते थे। वे आपस में बादशाह को खुश करती थी

हरम में रहने वाली महिलाओं का जीवन कई पहलुओं से घिरा हुआ था। बादशाह उन्हें हर दिन नए और सुंदर कपड़े देता था। उन्हें निरंतर नए कपड़े की आपूर्ति होती थी, इसलिए वे एक बार पहने हुए कपड़े को कभी नहीं पहनती थीं।हरम में रहने वाली महिलाओं की दिनचर्या में फौजदारी और रात्रि में आतिशबाजी शामिल थी।

वे कई मनोरंजन कार्यक्रमों और आकर्षणों का आनंद ले सकते थे।जब कोई महिला हरम में पहुंचती थी, वह बाहरी दुनिया से जुड़ जाती थी। उसे बाहर जाने की पाबंदी लगा दी गई थी, इसलिए वह हरम के अंदर ही रहती थी और अपने परिवार और दोस्तों से दूर रहती थी। इसलिए उन्हें हरम की जीवनशैली और सभी नियमों और प्रतिबंधों का पालन करना पड़ा।