Mughal Harem: मुगल हरम में बाहरी पुरुषों को देखने के लिए तरसती थी औरतें, करना चाहती थी ये काम

मुगल साम्राज्य के दौरान हरम एक ऐसी जगह थी जहां महिलाएं एक बार प्रवेश कर लेती थीं तो उनका वापस निकलना लगभग असंभव होता था.
 

mughal haram: मुगल साम्राज्य के दौरान हरम एक ऐसी जगह थी जहां महिलाएं एक बार प्रवेश कर लेती थीं तो उनका वापस निकलना लगभग असंभव होता था. हरम को मुख्य रूप से शासक की निजी जगह माना जाता था जहां वह अपनी पसंदीदा महिलाओं के साथ समय बिताता था.

मुगल हरम का अर्थ और महत्व

मुगल हरम उस जगह को कहा जाता था जहां राजा और उनकी महिलाएं रहती थीं. यहाँ केवल राजा और कुछ खास सेवक ही प्रवेश कर सकते थे. हरम में विभिन्न सामाजिक और प्रशासनिक कार्य भी होते थे, और यह राजनीतिक गतिविधियों का भी केंद्र था.

हरम की सुरक्षा व्यवस्था

हरम में सुरक्षा के लिए कठोर उपाय किए गए थे. हरम की सुरक्षा में खासतौर पर हिजड़ों (eunuchs) को रखा जाता था, क्योंकि उन्हें विश्वसनीय माना जाता था. इसके अलावा, किन्नर भी हरम के बाहर गश्त लगाते थे जिससे अंदर की महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित होती थी.

हरम में चिकित्सकों का प्रवेश

जब भी हरम में किसी महिला को चिकित्सा की आवश्यकता होती, तो चिकित्सकों को बहुत ही कड़ी सुरक्षा के बीच हरम में प्रवेश दिया जाता. चिकित्सक आमतौर पर महिला के संपर्क में नहीं आते थे बल्कि एक पर्दे के माध्यम से ही उनका इलाज करते थे.

हरम की वास्तविकता और कल्पना 

हरम के बारे में कई बार ऐसी कहानियां और मिथक बना दिए गए हैं जो इसकी वास्तविकता से काफी अलग होते हैं. हालांकि हरम वास्तव में एक सख्त और नियंत्रित परिवेश था जहां महिलाओं की गतिविधियों पर कड़ी नज़र रखी जाती थी.

इतिहास में हरम की जगह 

इतिहासकार थॉमस रो के अनुसार जहांगीर का हरम बहुत प्रसिद्ध था जिसमें कम से कम 1000 महिलाएं थीं. ये महिलाएं विभिन्न प्रकार की गतिविधियों में संलग्न रहती थीं और अपने कौशल से सम्राट का मनोरंजन करती थीं.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं इंटरनेट से ली गई है. किसी भी फायदे/नुकसान संबंधित  CANYONSPECIALITYFOODS.Com की कोई जवाबदेही नही होगी।