दादा परदादा के जमाने की जमीन का चुटकियों में निकलेगा पुराना रिकोर्ड, सरकारी दफ़्तरों के चक्कर काटने का झंझट खत्म

जमीन खरीदना (Land Purchase) एक महंगा और मुश्किल काम है, जहां जल्दबाजी में लिया गया निर्णय हमें भारी पड़ सकता है। इसलिए जरूरी है कि किसी भी प्रॉपर्टी (Property) को खरीदने से पहले उसके रिकॉर्ड्स...
 

जमीन खरीदना (Land Purchase) एक महंगा और मुश्किल काम है, जहां जल्दबाजी में लिया गया निर्णय हमें भारी पड़ सकता है। इसलिए जरूरी है कि किसी भी प्रॉपर्टी (Property) को खरीदने से पहले उसके रिकॉर्ड्स (Records) की गहनता से जांच की जाए। पहले यह प्रक्रिया काफी जटिल होती थी और राजस्व विभाग (Revenue Department) के बार-बार चक्कर लगाने पड़ते थे।

परंतु, अब तकनीकी प्रगति के साथ सभी रिकॉर्ड्स ऑनलाइन (Online) उपलब्ध हैं। जमीन खरीदने की प्रक्रिया अब पहले से कहीं अधिक सुगम और सुरक्षित हो गई है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से जमीन के पुराने रिकॉर्ड्स को देखने की सुविधा से न केवल समय की बचत होती है।

बल्कि यह प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और विश्वसनीय भी है। इससे जमीन खरीदते समय उत्पन्न होने वाली अनिश्चितताओं और जोखिमों को कम किया जा सकता है।

ऑनलाइन रिकॉर्ड कैसे निकालें

अगर आपको जमीन का पुराना दस्तावेज (Old Document) निकालना है, तो अब आप आसानी से ऑनलाइन जाकर 50 से 100 साल तक का रिकॉर्ड झटपट प्राप्त कर सकते हैं। अधिकांश राज्यों के राजस्व विभाग ने अपने ऑफिशियल पोर्टल (Official Portal) लॉन्च किए हैं, जहां जाकर आप नाम, खसरा नंबर (Khasra Number), खाता संख्या (Account Number), जमाबंदी नंबर (Jamabandi Number) से जमीन का रिकॉर्ड देख सकते हैं।

प्रक्रिया का वर्णन

मान लीजिए आप बिहार (Bihar) के निवासी हैं, तो सबसे पहले आपको राजस्व विभाग, बिहार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यहां आप 'view registered document' के विकल्प पर क्लिक करके आवश्यक जानकारी भरकर और 'Search Button' पर क्लिक करके जमीन से संबंधित सभी जरूरी रिकॉर्ड्स/जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

ऑफलाइन रिकॉर्ड कैसे निकालें

यदि आप ऑफलाइन (Offline) जमीन का पुराना रिकॉर्ड देखना चाहते हैं, तो आपको राजस्व विभाग के कार्यालय में जाना होगा। वहां आपको स्वराज विभाग के संबंधित अधिकारी से एप्लीकेशन फॉर्म (Application Form) प्राप्त करना होगा और सभी महत्वपूर्ण जानकारी भरकर निर्धारित शुल्क (Fee) जमा करना होगा। इसके बाद आपको जमीन के पुराने कागजात की प्रतिलिपि प्रदान की जाएगी।