Onion Price: प्याज की कीमतों में आया तगड़ा उछाल, जाने प्याज की नई कीमतें

देश के विभिन्न राज्यों और शहरों की मंडियों में प्याज के भाव में हाल ही में एक बड़ी उछाल देखी गई है.
 

onion price breaks: देश के विभिन्न राज्यों और शहरों की मंडियों में प्याज के भाव में हाल ही में एक बड़ी उछाल देखी गई है. खासकर दिल्ली सहित देश के अधिकांश भागों में प्याज की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी जारी है जिससे आम उपभोक्ता का बजट प्रभावित हो रहा है. यह बढ़ोतरी किचन की एक बुनियादी जरूरत माने जाने वाले प्याज के लिए चिंताजनक स्थिति पैदा कर रही है.

प्याज की कीमतों का वर्तमान असर 

प्याज, जो कि हर घर की रसोई में प्रयोग होने वाली आवश्यक सब्जी (Essential Vegetable) है, की कीमतों में बढ़ोतरी ने आम आदमी के खर्च पर भारी असर डाला है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्याज की अधिकतम कीमत 10 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 37 रुपये प्रति किलो तक जा पहुँची है जो कि आम जनता के लिए बोझ बनती जा रही है.

प्याज का भंडारण और आगे की कीमतों का अनुमान

निधि खरे, सचिव उपभोक्ता मामले (Secretary of Consumer Affairs) ने बताया कि भारत में प्याज का उत्पादन (Onion Production) और इसकी उपलब्धता के संदर्भ में आने वाले महीनों के लिए सकारात्मक पूर्वानुमान है. खरीफ सीजन के दौरान प्याज की बुवाई का क्षेत्रफल पिछले वर्ष की तुलना में बढ़कर 2.9 लाख हेक्टेयर हो गया है. वर्तमान में किसानों और व्यापारियों के पास लगभग 40 लाख टन प्याज का भंडार है.

दिल्ली में प्याज की कीमत

दिल्ली में प्याज की आवक में कमी (Reduced Onion Supply) के चलते इसकी औसत कीमतें 68 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुँच गई हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्याज का अखिल भारतीय औसत मूल्य 52 रुपये है जबकि इसकी अभी की कीमत 60 रुपये प्रति किलोग्राम है.

सरकारी पहल से प्याज की कीमतों पर नियंत्रण

सरकार ने प्याज के बढ़ते दामों को नियंत्रित (Controlled Onion Prices) करने के लिए अपने भंडार से प्याज को सस्ते दामों पर बेचने का उपाय किया है. 5 सितंबर को, केंद्र सरकार ने दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में उपभोक्ताओं के लिए प्याज की खुदरा बिक्री को 35 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर शुरू किया है. NCCF और NAFED के माध्यम से इस पहल को आगे बढ़ाया गया है.