पेट्रोल पंप वाले 0 मीटर दिखाकर भी ऐसे लगाते है ग्राहकों को चूना, हर आदमी को पता होनी चाहिए ये 4 बात

वाहन चालक के रूप में पेट्रोल पंप पर ईंधन भरवाना हमारी रोजमर्रा की आवश्यकताओं में से एक है। हालांकि कई बार हम छोटी-छोटी बातों पर ध्यान न देकर धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।
 

वाहन चालक के रूप में पेट्रोल पंप पर ईंधन भरवाना हमारी रोजमर्रा की आवश्यकताओं में से एक है। हालांकि कई बार हम छोटी-छोटी बातों पर ध्यान न देकर धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं। इसलिए जब भी आप पेट्रोल पंप पर ईंधन भरवाने जाएं, तो इन चार महत्वपूर्ण बातों का खास ख्याल रखें।

जीरो रीडिंग की जांच करें

पेट्रोल या डीजल भरवाने से पहले यह सुनिश्चित करें कि डिस्पेंसर मशीन की रीडिंग जीरो पर हो। अगर मशीन पहले से ही चालू है और आपने इसे नोटिस नहीं किया, तो आपको कम ईंधन मिल सकता है। यह एक सामान्य प्रथा है जो हर ग्राहक को फॉलो करनी चाहिए।

पेट्रोल की डेंसिटी पर नज़र रखें

ईंधन की डेंसिटी उसकी शुद्धता का संकेत देती है। अगर पेट्रोल या डीजल की डेंसिटी कम है, तो इसका मतलब है कि ईंधन अशुद्ध है और आपके वाहन के लिए हानिकारक हो सकता है। डेंसिटी की जांच के लिए मशीन में एक विशेष रीडिंग होती है जिसे सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार रखा जाता है।

वेरीफिकेशन सर्टिफिकेट की उपस्थिति

जिस मशीन से आप अपनी गाड़ी में तेल डलवा रहे हैं, उस पर एक वेरीफिकेशन सर्टिफिकेट होना चाहिए। यह सर्टिफिकेट यह सुनिश्चित करता है कि मशीन सही है और उसमें कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। इससे आपको भरोसा मिलता है कि आप सही मात्रा में और शुद्ध ईंधन प्राप्त कर रहे हैं।

शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर

अगर आपको पेट्रोल भराते समय किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी का संदेह होता है, तो आप मेट्रोलॉजी ऑफिस में शिकायत कर सकते हैं या नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि आपकी समस्या का समाधान हो और अन्य ग्राहकों को भी इससे बचाया जा सके।