PF WITHDRAWAL: पीएफ अकाउंट से घर बैठे निकालवा सकेंगे पैसा, जान ले स्टेप बाई स्टेप तरीका
प्रोविडेंट फंड (PF) भारत सरकार द्वारा संचालित एक महत्वपूर्ण रिटायरमेंट सेविंग्स स्कीम (retirement savings scheme) है। 1952 में शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य नौकरीपेशा लोगों को उनके रिटायरमेंट (retirement) के लिए एक सुरक्षित वित्तीय आधार प्रदान करना है।
पीएफ स्कीम (PF scheme) के तहत कर्मचारी और नियोक्ता (employer) दोनों एक निश्चित प्रतिशत के अनुसार फंड में योगदान देते हैं। इस पर मिलने वाला ब्याज (interest) भी काफी आकर्षक होता है। प्रोविडेंट फंड एक महत्वपूर्ण सोशल सिक्यॉरिटी सिस्टम (social security system) का हिस्सा है।
जो कर्मचारियों को उनके रिटायरमेंट के लिए एक मजबूत वित्तीय आधार प्रदान करता है। इसकी ऑनलाइन निकासी प्रक्रिया (online withdrawal process) ने कर्मचारियों को आवश्यक समय पर अपनी बचत तक आसानी से पहुंच प्रदान की है।
चाहे आपकी जरूरत शिक्षा, शादी, घर खरीदने या किसी आपात स्थिति के लिए हो, पीएफ आपकी वित्तीय योजना (financial planning) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
ऑनलाइन पीएफ निकासी की प्रक्रिया
आज के डिजिटल युग में पीएफ की राशि को ऑनलाइन निकालना (withdraw) काफी सरल हो गया है। इस प्रक्रिया को शुरू करने के लिए आपको यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN), बैंक अकाउंट की जानकारी, पहचान पत्र (ID proof), एड्रेस प्रूफ (address proof) और एक कैंसल्ड चेक (cancelled check) की आवश्यकता होगी।
यूएएन पोर्टल (UAN portal) पर जाकर और वहां अपने UAN नंबर और पासवर्ड (password) के साथ लॉगइन करके, आप अपनी KYC डिटेल्स (KYC details) को वेरिफाई कर सकते हैं और क्लेम (claim) की प्रक्रिया को आगे बढ़ा सकते हैं।
पीएफ निकासी के नियम
पीएफ से पैसे निकालने की अनुमति कई परिस्थितियों में दी जाती है। यदि कोई व्यक्ति रिटायर हो रहा है या 1 महीने से अधिक समय से नौकरी नहीं कर रहा है, तो उसे अपने EPF खाते (EPF account) से रकम निकालने की अनुमति होती है।
हालांकि नौकरी बदलने के दौरान पूरा बैलेंस निकालने की अनुमति नहीं होती। आंशिक निकासी (partial withdrawal) शादी, शिक्षा, घर खरीदने, घर निर्माण, होम लोन रीपेमेंट (home loan repayment), और मरम्मत कार्यों के लिए संभव है।
स्मार्ट निवेश के रूप में पीएफ
प्रोविडेंट फंड न केवल रिटायरमेंट के लिए एक सुरक्षित वित्तीय योजना है बल्कि एक स्मार्ट निवेश (investment) भी है। इसमें जमा राशि पर मिलने वाला ब्याज आपकी बचत (savings) को बढ़ाता है और वित्तीय सुरक्षा (financial security) प्रदान करता है।