PM Svanidhi Yojana: इस योजना में केवल आधार कार्ड से ले सकते है 50 हजार रुपए का लोन, बुरे टाइम में बहुत काम आ सकती है ये योजना

केंद्र सरकार ने गरीबों और जरूरतमंदों के लिए विभिन्न योजनाओं की शुरुआत की है, जिनमें से एक प्रमुख योजना है पीएम स्वनिधि योजना। इस योजना के जरिए गरीब वर्ग के लोगों को उनके रोजगार को बढ़ाने और नया रोजगार...
 

केंद्र सरकार ने गरीबों और जरूरतमंदों के लिए विभिन्न योजनाओं की शुरुआत की है, जिनमें से एक प्रमुख योजना है पीएम स्वनिधि योजना। इस योजना के जरिए गरीब वर्ग के लोगों को उनके रोजगार को बढ़ाने और नया रोजगार शुरू करने के लिए आसान और सस्ते दर पर लोन मुहैया कराया जाता है।

पीएम स्वनिधि योजना गरीब और जरूरतमंद वर्ग के लिए एक वरदान साबित हो रही है। यह योजना न केवल उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है, बल्कि उन्हें अपना व्यापार बढ़ाने और स्थापित करने का मौका भी दे रही है।

सरकार की इस पहल से अनेक गरीब परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है और वे अपने सपनों को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

स्ट्रीट वेंडर्स के लिए विशेष योजना

इस योजना का मुख्य उद्देश्य सड़कों पर रेहड़ी-पटरी लगाकर अपनी आजीविका चलाने वाले स्ट्रीट वेंडर्स की आर्थिक सहायता करना है। पीएम स्वनिधि योजना के तहत, वेंडर्स को उनके व्यापार को विस्तारित करने या नया व्यापार शुरू करने के लिए बिना किसी गारंटी के लोन प्रदान किया जाता है।

लोन प्राप्ति की प्रक्रिया

पीएम स्वनिधि योजना में लोन प्राप्त करने की प्रक्रिया बेहद सरल है। योजना के तहत तीन चरणों में लोन दिया जाता है। पहले चरण में 10 हजार रुपये तक का लोन बिना किसी गारंटी के दिया जाता है।

इस लोन को चुकाने के बाद वेंडर्स को 20 हजार रुपये तक का दूसरा लोन दिया जाता है। यदि वे दूसरे लोन को भी समय पर चुका देते हैं तो तीसरे चरण में उन्हें 50 हजार रुपये तक का लोन बिना किसी गारंटी के दिया जाता है।

सब्सिडी की विशेषता

इस योजना की एक खास बात यह है कि सरकार की तरफ से वेंडर्स को सब्सिडी भी प्रदान की जाती है। यह सब्सिडी लोन चुकाने में वेंडर्स की सहायता करती है और उन्हें अपने व्यापार को आगे बढ़ाने का मौका देती है।

आवेदन कैसे करें?

पीएम स्वनिधि योजना के तहत लोन के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया भी काफी सरल है। इच्छुक वेंडर्स को अपने नजदीकी सरकारी बैंक में जाकर योजना के तहत आवेदन फॉर्म भरना होता है।

फॉर्म में व्यापार संबंधित जानकारी, आधार कार्ड, एड्रेस प्रूफ और बैंक अकाउंट नंबर जैसी आवश्यक जानकारी भरनी होती है। वेरिफिकेशन के बाद लोन की राशि सीधे वेंडर के खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है।