Poultry Farming: इस राज्य में मुर्गी फार्म खोलने पर सरकार दे रही है बंपर सब्सिडी, आवेदन करने के लिए इन डॉक्युमेंट की होगी जरूरत

वर्तमान समय में जीवनशैली और खान-पान की आदतों में आ रहे परिवर्तनों के कारण चिकन और अंडों की मांग में असाधारण वृद्धि हो रही है। इसे देखते हुए मुर्गी पालन का व्यापार एक आकर्षक और लाभदायक विकल्प बन गया है।
 

वर्तमान समय में जीवनशैली और खान-पान की आदतों में आ रहे परिवर्तनों के कारण चिकन और अंडों की मांग में असाधारण वृद्धि हो रही है। इसे देखते हुए मुर्गी पालन का व्यापार एक आकर्षक और लाभदायक विकल्प बन गया है। बिहार सरकार ने इस उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए समेकित मुर्गी विकास योजना (वित्त वर्ष 2023-24) की शुरुआत की है।

जिसमें विशेष अनुदान और सहायता प्रदान की जा रही है। मुर्गी पालन व्यवसाय में प्रवेश करना एक सुनहरा अवसर है खासकर बिहार सरकार द्वारा प्रदान की जा रही वित्तीय सहायता और अनुदान के माध्यम से। यदि आप इस व्यवसाय में रुचि रखते हैं और सभी आवश्यक दस्तावेज और प्रक्रियाओं को पूरा कर सकते हैं।

तो यह आपके लिए एक बहुत ही अच्छा अवसर हो सकता है। मुर्गी पालन व्यवसाय आपको न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगा बल्कि समाज में एक सकारात्मक प्रभाव भी डालेगा।

कैसे शुरू करें मुर्गी पालन का बिजनेस?

मुर्गी पालन व्यवसाय की शुरुआत करने के लिए बिहार सरकार द्वारा प्रस्तुत समेकित मुर्गी विकास योजना के तहत आपको विशेष अनुदान और सहायता प्राप्त हो सकती है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा।

जिसके लिए विज्ञापन प्रकाशित होने के 21 दिनों के अंदर आवेदन करना अनिवार्य है। आवेदन के साथ में विभिन्न प्रकार के दस्तावेज जैसे कि लगान रसीद लीज एग्रीमेंट साइट प्लान बैंक पासबुक फिक्स्ड डिपॉजिट स्लिप्स पोल्ट्री फार्मिंग ट्रेनिंग सर्टिफिकेट जाति प्रमाण पत्र और अन्य जरूरी दस्तावेजों को संलग्न करना होगा।

अनुदान और वित्तीय सहायता

इस योजना के तहत अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लाभुकों को 50% तक का अनुदान और सामान्य वर्ग के लाभुकों को 30% तक का अनुदान दिया जा रहा है। यह वित्तीय सहायता मुर्गी पालन व्यवसाय को आरंभ करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है और यह स्थानीय उद्यमियों को इस क्षेत्र में निवेश करने के लिए प्रेरित करती है।

मुर्गी पालन व्यवसाय के लाभ

मुर्गी पालन व्यवसाय न केवल आपको आर्थिक रूप से सशक्त बना सकता है बल्कि समाज में रोजगार के नए अवसर भी सृजित कर सकता है। इस व्यवसाय में उच्च मांग और लाभ मार्जिन के कारण यह निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन गया है। चूंकि चिकन और अंडों की मांग स्थायी रूप से बढ़ रही है इसलिए इस व्यवसाय में लंबे समय तक स्थिरता और वृद्धि की संभावना है।