हरियाणा के इस जिले से राजस्थान में पानी पहुंचाने की चल रही तैयारियां, जाने जिले का नाम
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की फ़ीडर, नहरों और माइनरों को आवश्यकतानुसार रिमॉडलिंग और रिहैबिलिटेशन करें ताकि अधिक से अधिक किसानों को लाभ मिल सके।
यहां अपने कार्यालय में आज सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता डिप्टी सीएम ने की।
डिप्टी सीएम ने आज चंडीगढ़ स्थित अपने कार्यालय में सिंचाईं एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई, जिसमें नहरों, फीडरों और माइनरों की सफाई और टेल पर पानी न पहुँचने के कारणों की चर्चा की जाएगी. उनके ग्रामीण दौरे के दौरान लोगों से मिली शिकायतों पर कार्रवाई की जाएगी।
समीक्षा के बाद दूष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिरसा जिला से राजस्थान की ओर जाने वाली नोहर फीडर की रिमॉडलिंग और पुनःसंरचना की जाए, ताकि टेल तक पानी पहुंचे।
उनका कहना था कि राजस्थान राज्य की सीमा में पड़ने वाली इस फीडर को रिमॉडलिंग और रिहैबिलिटेशन करने के लिए भी पत्र लिखा जाएगा। ठीक उसी तरह सिरसा जिला की बारूवाली डिस्ट्रीब्यूटरी भी पुनःस्थापित होगी; फतेहाबाद ब्रांच की आरडी 220000 से आरडी 301000 तक पहले चरण में; और आरडी 160000 से आरडी 220000 तक दूसरे चरण में।
उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया से टेल तक पानी पहुंचेगा, जिससे सिरसा जिला और राजस्थान के नोहर विधानसभा के किसानों को फायदा होगा. इससे नहरी पानी का व्यर्थ बहाव और रिसाव नहीं होगा।
श्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि राजस्थान सरकार को भी पत्र लिखा जाएगा ताकि राजस्थान प्रदेश की सीमा में स्थित इन फ़ीडर, नहरों और माइनरों की रिमॉडलिंग और रिहैबिलिटेशन की जाए, ताकि अधिक से अधिक किसानों को सिंचाई का पानी मिल सके।
विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री पंकज अग्रवाल, उपमुख्यमंत्री के ओएसडी श्री कमलेश भादू, भाखड़ा जल सेवाओं के मुख्य अभियंता श्री नितीश जैन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर बैठक में उपस्थित थे।