यूपी में इन जगहों पर 14634 करोड़ की लागत से बनेंगे प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क, 2.5 लाख से अधिक युवाओं के लिए होगा रोजगार सृजन

उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में औद्योगिक विकास को एक नई दिशा देने के लिए ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 4.0 (GBC 4.0) के तहत एक महत्वपूर्ण पहल की है। इस अनूठी पहल का उद्देश्य राज्य में निवेश को बढ़ावा देना और...
 

उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में औद्योगिक विकास को एक नई दिशा देने के लिए ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 4.0 (GBC 4.0) के तहत एक महत्वपूर्ण पहल की है। इस अनूठी पहल का उद्देश्य राज्य में निवेश को बढ़ावा देना और लाखों नौकरियों का सृजन करना है।

ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 4.0 के तहत उत्तर प्रदेश में हो रहे इस विशाल औद्योगिक विकास से न सिर्फ राज्य की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। बल्कि लाखों लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। यह पहल निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण योगदान देगी।

प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क्स

इस क्रम में उत्तर प्रदेश में प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क्स ने एक बड़ा योगदान दिया है। इन पार्क्स के माध्यम से 14,634 करोड़ रुपए के निवेश और लगभग 2.70 लाख नौकरियों के सृजन की योजना है। इस दिशा में कानपुर नगर एक प्रमुख मिसाल पेश कर रहा है। जहां एक इंडस्ट्रियल पार्क के माध्यम से अकेले 2.5 लाख रोजगार सृजित होने जा रहे हैं।

कानपुर रोजगार की नई क्रांति

कानपुर नगर में मेगा लेदर क्लस्टर डेवलपमेंट (यूपी) लिमिटेड द्वारा 5850 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित किया जा रहा प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क न सिर्फ रोजगार के नए अवसर प्रदान कर रहा है। बल्कि राज्य के औद्योगिक परिदृश्य को भी नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है।

पश्चिमांचल में भी उद्योगों की बहार

उत्तर प्रदेश के पश्चिमांचल में भी विभिन्न औद्योगिक पार्कों की स्थापना से रोजगार के विकल्पों में वृद्धि हो रही है। बागपत, गाजियाबाद, हापुड़ जैसे जिलों में नए इंडस्ट्रियल पार्क खुलने से नौकरी के अवसरों में काफी इजाफा हो रहा है।

सुविधाओं से लैस इंडस्ट्रियल पार्क

ये इंडस्ट्रियल पार्क न केवल नौकरियां प्रदान करेंगे बल्कि उनमें बिजली, पानी, सड़क, वेयरहाउस, टेस्टिंग लैब्स जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। यह न सिर्फ उत्तर प्रदेश को औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करेगा बल्कि विकास के नए मानक भी स्थापित करेगा।