Rajasthan Expressway: राजस्थान के इस एक्सप्रेस-वे से सफर में आधा लगेगा टाइम, 26 घंटे का सफर हो जाएगा 13 घंटे में पूरा

भारत के विकास की गति को तेज करते हुए अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे बालोतरा से गुजर रहा है। जो न सिर्फ सफर को आसान बना रहा है बल्कि विकास की नई इबारत भी लिख रहा है।
 

भारत के विकास की गति को तेज करते हुए अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे बालोतरा से गुजर रहा है। जो न सिर्फ सफर को आसान बना रहा है बल्कि विकास की नई इबारत भी लिख रहा है। यह 6 लेन का एक्सप्रेस-वे अमृतसर से जामनगर के बीच 26 घंटे के सफर को महज 13 घंटे में सिमटने की क्षमता रखता है।

अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे न केवल यात्रा के समय को आधा कर देगा। बल्कि यह आर्थिक विकास, संपर्क सुविधा और रोजगार सृजन में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह एक्सप्रेस-वे राष्ट्रीय परिवहन नेटवर्क को मजबूती प्रदान करते हुए भारत के विकास की नई कहानियाँ लिखेगा।

आवागमन की शुरुआत और निर्माण कार्य

हनुमानगढ़ के सांगरिया से जालोर के सांगाणा तक एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का आवागमन अस्थायी रूप से शुरू हो चुका है। इसके अतिरिक्त इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण का अधिकांश कार्य पूर्ण हो चुका है। जिसमें कहीं ओवरब्रिज तो कहीं अंडरब्रिज का निर्माण अंतिम चरणों में है।

रेस्ट और सर्विस एरिया की सुविधाएँ

हनुमानगढ़ से जालोर तक के मार्ग में कई स्थानों पर रेस्ट एरिया व सर्विस एरिया का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें कुछ स्थानों पर ट्रक चालकों के लिए रेस्टोरेंट पहले से ही संचालित हो रहे हैं।

तीन रिफाइनरी और दो थर्मल प्लांट का संपर्क

एक्सप्रेस-वे के पूर्ण होने के पश्चात पंजाब की भटिंडा रिफाइनरी राजस्थान की पचपदरा रिफाइनरी और गुजरात की जामनगर रिफाइनरी के बीच सीधा संपर्क होगा। इसके अलावा पंजाब के भटिंडा का गुरु नानकदेव थर्मल प्लांट और श्रीगंगानगर का सूरतगढ़ सुपर थर्मल पावर प्लांट भी इस एक्सप्रेस-वे के माध्यम से जुड़ेंगे।

एक्सप्रेस-वे की विशेषताएँ

इस एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ दीवार बनाई गई है ताकि मवेशी सड़क पर नहीं आ सकें और बारिश के दिनों में खेतों का पानी सड़क पर न आए। इसके साथ ही जीओ सेल तकनीक के इस्तेमाल से मिट्टी के कटाव को रोकने की विशेष व्यवस्था की गई है।

एक्सप्रेस-वे की लंबाई और सुरक्षा व्यवस्था

इस 1257 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे में जिसका 637 किमी हिस्सा राजस्थान से होकर गुजरता है। प्रत्येक 50 किमी पर सर्वसुविधायुक्त रेस्ट एरिया बनाए गए हैं। इसके अलावा प्रत्येक 500 मीटर पर सीसीटीवी कैमरे सर्विलांस सिस्टम सुनिश्चित करते हैं कि यात्रा सुरक्षित और सुविधाजनक बने।