राजस्थान सरकार ने तय किया गेहूं, सरसों व चने का MSP, इस तारीख से शुरू होगी सरकारी खरीद

शेखावाटी अंचल के खेतों में रबी फसलों की कटाई का दौर शुरू हो चुका है जिसमें किसान अगेती सरसों (Mustard), गेहूं (Wheat) और चने (Chickpea) की फसलों की लावणी में व्यस्त हैं।
 

शेखावाटी छेत्र के खेतों में रबी फसलों की कटाई का दौर शुरू हो चुका है जिसमें किसान अगेती सरसों (Mustard), गेहूं (Wheat) और चने (Chickpea) की फसलों की लावणी में व्यस्त हैं। इस बार किसानों के चेहरे पर खुशी की एक विशेष चमक है क्योंकि सरकार ने इन फसलों के लिए समर्थन मूल्य में अच्छी बढ़ोतरी की है, जिससे किसानों को अपनी मेहनत का बेहतर मूल्य मिलने की उम्मीद है।

उम्मीदों से भरा उत्पादन

इस साल जिले में पौने तीन लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बुवाई हुई है जिसमें सरसों, गेहूं और चने का क्षेत्रफल सबसे ज्यादा है। मानसून के अच्छे प्रदर्शन के चलते किसानों को इस बार फसल उत्पादन में अच्छी वृद्धि की आशा है।

सरकार की खरीद योजना

खेतों से उपजाई गई फसलों के लिए सरकार ने समर्थन मूल्य पर खरीद की व्यवस्था की है। जिले में कुल 19 खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें पांच क्रय-विक्रय सहकारी समिति, दो उप केंद्र और 12 ग्राम सेवा सहकारी समितियाँ शामिल हैं। यह किसानों के लिए अपने अनाज को समर्थन मूल्य पर बेचने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है।

खरीद प्रक्रिया और तारीखें

समर्थन मूल्य पर अनाज खरीद की प्रक्रिया 10 मार्च से गेहूं के लिए और 1 अप्रैल से सरसों व चने के लिए शुरू होगी। किसानों को खरीद से पहले ई-मित्र पर जाकर अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना होगा, जिससे खरीद प्रक्रिया में सुविधा हो।

मूल्य वृद्धि का लाभ

पिछले वर्ष की तुलना में इस बार गेहूं, सरसों और चने के समर्थन मूल्य में अच्छी वृद्धि की गई है। गेहूं पर पौने तीन सौ रुपए, सरसों पर 105 रुपए और चना पर 200 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी से किसानों की आय में सुधार होने की उम्मीद है।