ये 4 गुण वाले मर्द अपने बुढ़ापे में भी लेते है ज़िंदगी के असली मज़े, लड़कियों से लेकर शादीशुदा औरतें भी हो जाती है दीवानी

हर व्‍यक्ति सुखमय जीवन जीना चाहता है। कोई भी व्‍यक्ति नहीं चाहता है कि उसे दुख-तकलीफें झेलनी पड़ें लेकिन स्थितियां ऐसी बन जाती हैं कि उसकी ये चाहत पूरी नहीं हो पाती है।
 

हर व्‍यक्ति सुखमय जीवन जीना चाहता है। कोई भी व्‍यक्ति नहीं चाहता है कि उसे दुख-तकलीफें झेलनी पड़ें लेकिन स्थितियां ऐसी बन जाती हैं कि उसकी ये चाहत पूरी नहीं हो पाती है। इस बारे में आचार्य चाणक्‍य कहते हैं कि कुछ लोग ऐसे सौभाग्‍यशाली होते हैं

जिन्‍हें जिंदगी में दुख-दर्द, परेशानियां छू भी नहीं पाती हैं। वे हमेशा बेहद खुशहाल जीवन जीते हैं। उनकी झोली हमेशा खुशियों, समृद्धता से भरी रहती है। इसके पीछे 2 खास वजहें हैं। 

सच्‍चा सुख देती हैं ये चीजें 

व्‍यक्ति रुपये-पैसे, भौतिक सुखों के पीछे भागता रहता है, ताकि वह और उसका परिवार सुखी रह सके। चाणक्य नीति कहती है कि ये चीजें क्षणिक सुख देती हैं लेकिन संसार में 2 चीजें ऐसी हैं, जो व्‍यक्ति को सच्‍चा सुख देती हैं। ये चीजें जिसके पास हों वह संसार का सबसे सुखी व्‍यक्ति होता है। 

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समझदार पत्‍नी

चाणक्य नीति के मुताबिक इस दुनिया में वो व्‍यक्ति सबसे ज्‍यादा सुखी है जिसकी पत्‍नी समझदार है। वह धैर्य से हर मुश्किल से निपटने में मदद करती है। पति को सही सलाह देती है और उसकी तरक्‍की में मदद करती है। साथ ही परिवार को जोड़े रखती है। ऐसी पत्‍नी का साथ बहुत सौभाग्‍यशाली लोगों को मिलता है। 

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योग्य संतान

चाणक्य नीति कहती है कि जिस व्यक्ति की संतान योग्य और आज्ञाकारी है, उसके लिए ये धरती ही स्वर्ग के समान है। संतान का सुख बहुत अहम माना गया है। यदि संतान अयोग्य और बुरी संगत की शिकार हो तो व्‍यक्ति तमाम सुखों के बाद भी तिल-तिल करके मरता है। ऐसी संतान उसकी मान-प्रतिष्‍ठा को मिट्टी में मिला देती है।