Sarso Ka Bhav: सरसों के रेट में आए उछाल से किसानों की मौज, तेल कीमतों में हुई बढ़ोतरी

लंबे समय के बाद सरसों के भाव में सुधार देखने को मिला है. केंद्र सरकार ने सरसों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 5,650 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है.
 

Sarso Ka Bhav: लंबे समय के बाद सरसों के भाव में सुधार देखने को मिला है. केंद्र सरकार ने सरसों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 5,650 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है. हालांकि कई किसानों को उनकी फसल इस मूल्य से कम पर बेचनी पड़ी है जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ा है.

किसानों की आर्थिक स्थिति

इस वर्ष जनवरी से सरसों के दामों में गिरावट देखी गई है. सीजन की शुरुआत में भाव में और भी अधिक गिरावट आई. अधिकांश किसानों को अपनी फसल 4,400 से 5,000 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बेचनी पड़ी है.

खरीद दरों में गिरावट के कारण

सरसों के दामों में गिरावट का मुख्य कारण विदेशों से सस्ता खाद्य तेल (cheap edible oil) का आयात है. इसके मुकाबले व्यापारियों को सरसों का तेल महंगा पड़ रहा है, जिससे वे विदेशी तेल को तरजीह दे रहे हैं.

मंडियों में सरसों के भाव में तेजी

हाल के दिनों में सरसों के भाव में सुधार हुआ है. विशेष रूप से, त्यौहारी सीजन की शुरुआत के साथ, सरसों तेल की मांग में वृद्धि हुई है. इससे भी भाव में तेजी की उम्मीद है. आढ़तियों और किसानों का मानना है कि आगामी दिनों में भी यह तेजी बनी रहेगी.

विभिन्न मंडियों में सरसों के वर्तमान भाव 

विभिन्न मंडियों में सरसों के दाम निम्नानुसार हैं

  • सिरसा मंडी: 5,550 रुपये
  • हिसार मंडी: 5,420 रुपये
  • आदमपुर मंडी: 5,300 रुपये
  • रेवाड़ी मंडी: 5,485 रुपये
  • जयपुर मंडी: 5,540 रुपये
  • श्रीगंगानगर मंडी: 5,608 रुपये