सभी हाईवे से हटाए जाएंगे टोल प्लाजा ? इस नई तकनीक से ओवर टोल की समस्या का होगा खात्मा Toll Plaza

यदि आप भी बार-बार टोल देने से परेशान हैं तो नई तकनीक आपके लिए राहत लेकर आने वाली है.
 

Stelight Fastag: यदि आप भी बार-बार टोल देने से परेशान हैं तो नई तकनीक आपके लिए राहत लेकर आने वाली है. भारत सरकार ने अब सैटेलाइट आधारित टोल वसूली प्रणाली का खाका तैयार कर लिया है जिससे पुराने फास्टैग की जरूरत खत्म हो जाएगी. इस नए सिस्टम के तहत, वाहन चालकों के खाते से प्रति किलोमीटर के हिसाब से सीधे पैसे काटे जाएंगे, जिससे ओवर टोलिंग की समस्या समाप्त हो जाएगी.

लंबी कतारें और ओवर टोल की चुनौतियाँ

अभी तक टोल प्लाजा पर लंबी कतारें और ओवर टोल चुकाने की समस्या गंभीर रही है, जिसके चलते सरकार ने इस परियोजना पर काफी समय से विचार किया था. ग्लोबल नेविगेशन सिस्टम (Global Navigation System) के माध्यम से अब यह प्लान सभी हाईवेज पर लागू किया जा रहा है. इस व्यवस्था को अगले एक महीने में पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा जिससे हाईवे पर टोल प्लाजा को पूरी तरह से हटा दिया जाएगा.

फास्टैग और सैटेलाइट सिस्टम का सह-अस्तित्व

वर्तमान में, फास्टैग (FASTag) और सैटेलाइट सिस्टम दोनों से टोल वसूली की जा रही है. हालांकि, योजना के अनुसार जल्द ही फास्टैग को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाएगा. इस परिवर्तन को भारतीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा निर्देशित किया जा रहा है.

सैटेलाइट बेस्ड टोलिंग कैसे काम करेगी?

सैटेलाइट आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम के साथ वाहन चालकों को टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी. उनका मीटर टोल रोड पर शुरू होने के साथ ही चालू हो जाएगा, और जैसे ही टोल रोड समाप्त होगा, प्रति किलोमीटर के हिसाब से टैक्स कटौती सैटेलाइट के माध्यम से उनके खाते से हो जाएगी. यह प्रणाली न केवल समय की बचत करेगी बल्कि टोल वसूली को भी अधिक पारदर्शी बनाएगी.