अजीबोगरीब कारण के चलते स्कूल के मास्टर पहनते है स्कर्ट, कारण जानकर तो आप भी नही कर पाएंगे यकीन

दुनिया भर में एक से अधिक कारनामे करने वाले लोग हैं। स्कॉटलैंड में बैगपाइपर्स का नाम आपने सुना होगा।
 

दुनिया भर में एक से अधिक कारनामे करने वाले लोग हैं। स्कॉटलैंड में बैगपाइपर्स का नाम आपने सुना होगा। यहां पुरुष भी स्कर्ट पहनते हैं, लेकिन आज स्पेन के एक स्कूल में दो शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कर्ट पहनकर आते हैंदरअसल ये कोई फैशन नहीं है, न ही स्कर्ट यहां की पारंपरिक पोशाक है

बल्कि ये तो एक आंदोलन है, जो जेंडर इक्वालिटी (Gender Equality Movement) को लेकर छेड़ा गया है. इस आंदोलन को पूरे देश में समर्थन मिल रहा है और स्पेन के कई स्कूलों में शिक्षक स्कर्ट पहनकर क्लास लेने पहुंच रहे हैं. आंदोलन का नाम है – Clothes Have No Gender.

क्या है ये मामला?

स्पेन में एक विद्यार्थी को स्कर्ट पहनने पर स्कूल से निकाल दिया गया। 27 अक्टूबर, 2020 का मामला है। बास्क्यू काउंटी में एक स्कूल ने एक विद्यार्थी को स्कर्ट पहनने के कारण स्कूल से बाहर कर दिया और उसे मनोचिकित्सक से मिलने के लिए कहा। TikTok पर एक वायरल वीडियो बनाकर विद्यार्थी ने बताया कि वह सिर्फ महिलावाद और विविधता का समर्थन करना चाहता था।इस घटना के बाद 4 नवंबर. 2020 को स्पेन के तमाम स्कूलों में छात्र और बच्चे स्कर्ट पहनकर आंदोलन करने पहुंच गए. तब से ये आंदोलन स्पेन में चल रहा है.

इन शिक्षकों ने पहनी स्कर्ट

हाल ही में सोशल मीडिया पर 37 साल के शिक्षक मैन्युएल ओर्टेगा (Mr. Ortega) और 36 साल के शिक्षक बोर्जा वेलाजक्वेज (Mr. Velazquez) की स्कर्ट पहने हुए तस्वीरें वायरल हो रही हैं। उनका कहना है कि एक विद्यार्थी की टी शर्ट को लेकर उसे बुली किया गया, जहां वे पढ़ाते हैं। वह घटना के बाद स्कूल में स्कर्ट पहनकर आने लगी।

वे यहां एक महीने से स्कर्ट पहनकर आ रहे हैं। पिछले साल से एक और शिक्षक जोस पिनास (Jose Piñas) स्कूल में स्कर्ट पहनकर आ रहे हैं और उन्होंने ट्विटर पर अपनी फोटो भी पोस्ट की हैं। इन शिक्षकों को अपने कार्यों के लिए अच्छे और बुरे कमेंट्स मिल रहे हैं। जवाब देते हुए वे कहते हैं कि उनका मकसद सस्ती प्रशंसा हासिल करना नहीं है, बल्कि इस तरह गुणवत्ता के लिए गंभीर प्रयास कर रहे हैं।