मजदूर के सिर पर 28 ईंटों को लदा देख आपकी भी शिकायतें हो जाएगी दूर, घर की ज़िम्मेदारियों का बोझ देख हर कोई हैरान

इंसान की जरूरतें उसे कुछ भी करने पर मजबूर कर देती हैं। जब किसी के पास पैसों की कमी हो और सिर पर परिवार की जिम्मेदारी हो तो वो किसी भी हद तक जाकर काम करने को तैयार हो जाता है।
 

इंसान की जरूरतें उसे कुछ भी करने पर मजबूर कर देती हैं। जब किसी के पास पैसों की कमी हो और सिर पर परिवार की जिम्मेदारी हो तो वो किसी भी हद तक जाकर काम करने को तैयार हो जाता है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है।

जिसमें एक मजदूर ने सिर पर 28 ईंटें उठाकर सबको हैरान कर दिया। इस वीडियो ने लोगों के दिलों को छू लिया है और उसकी मेहनत और मजबूरी दोनों को बयां किया है।

वायरल हुआ मजदूर का वीडियो

कुछ दिनों पहले इंस्टाग्राम अकाउंट @pascalinfratech पर एक वीडियो पोस्ट किया गया जिसमें एक मजदूर निर्माण कार्य में लगा हुआ नजर आ रहा है। वीडियो में मजदूर ने सिर पर 28 ईंटें उठाई हुई हैं जो देखकर हर कोई हैरान रह गया। दिहाड़ी मजदूरों के लिए रोज काम मिलना एक बड़ी चुनौती है और इस मजदूर ने अपनी मेहनत से सबको प्रभावित किया है।

ईंटें उठाने की प्रक्रिया

वीडियो में देखा जा सकता है कि मजदूर सबसे पहले सिर पर एक लकड़ी का डंडा रखता है फिर उसी के ऊपर पत्थर रखता है। दो-दो करके वह अधिकांश पत्थर खुद से रखता है और जब उसका हाथ नहीं पहुंच पाता तो दूसरा व्यक्ति उसके सिर पर ईंटें रख देता है।

यह देखना वाकई कमाल का है लेकिन यह उतना ही खतरनाक भी है। पत्थरों के वजन के कारण उसके सिर पर दबाव पड़ता होगा जिससे चोट लगने का भी खतरा होता है।

मजदूर की मजबूरी

इस मजदूर की मेहनत देखकर एक ओर जहां लोग उसकी तारीफ कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर उसकी मजबूरी भी सभी को भावुक कर रही है। जरूरतों को पूरा करने के लिए उसे इतना कठिन काम करना पड़ता है।

यह स्थिति देश के हजारों मजदूरों की है जिन्हें अपनी और अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए हर रोज संघर्ष करना पड़ता है। उनके पास किसी भी काम को करने का विकल्प नहीं होता बस काम मिलना चाहिए।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

इस वीडियो को 3 करोड़ से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं और कई लोगों ने इस पर कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। एक व्यक्ति ने कहा "एसी दफ्तरों में बैठने वाले कॉरपोरेट कर्मियों को लगता है कि उन्हीं की नौकरी सबसे मुश्किल है।"

दूसरे ने कहा "ये शख्स ईंट नहीं उठा रहा है बल्कि परिवार की जिम्मेदारियों का बोझ उठा रहा है।" एक और ने कहा "ऐसे लोग अपने कार्यों से दुनिया को मजबूत बनाते हैं।"