इस अनोखे जीव को देखकर तो खतरनाक किंग कोबरा भी बदल लेता है अपना रास्ता,सांप को देखते ही मिनटों में ही कर देता है काम तमाम
सांप का नाम सुनते ही अधिकतर प्राणी डर के मारे अपना रास्ता बदल लेते हैं लेकिन धरती पर कुछ अनोखे जीव भी हैं जो इस खतरे का सामना करने में सक्षम हैं। मीरकैट जो दक्षिण अफ्रीका के कालाहारी रेगिस्तान में पाए जाते हैं वे कोबरा जैसे खतरनाक सांपों का भी सामना कर सकते हैं। ये छोटे लेकिन बहादुर प्राणी न केवल कोबरा का सामना करते हैं बल्कि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें मारकर खा भी सकते हैं।
मीरकैट की विशेषताएँ और जीवन
मीरकैट एक ऐसी प्रजाति है जो अपनी चालाकी और सामूहिक रहन-सहन के लिए जानी जाती है। ये जीव ग्रुप में रहकर अपनी सुरक्षा करते हैं और अपने शिकार को चकमा देने में माहिर होते हैं। इनका आहार मुख्यतः कीड़े, छोटे जानवर और सांपों के अंडे होते हैं। मीरकैट अपने शिकार को बड़ी सूझबूझ से पकड़ते हैं और उनके जहरीले दांतों से भी वे बच निकलते हैं।
जहर का असर नहीं होता मीरकैट पर
यह दिलचस्प है कि मीरकैट के शरीर पर सांपों के जहर का असर नहीं होता जो उन्हें अन्य शिकारियों से अलग बनाता है। यह उनके लिए एक प्राकृतिक सुरक्षा कवच का काम करता है। वे न केवल सांप के जहर के प्रति प्रतिरोधी होते हैं, बल्कि कई बार तो वे जहरीले बिच्छू और अन्य जहरीले कीड़ों को भी अपना भोजन बना लेते हैं।
मादा मीरकैट
मीरकैट की मादाएँ बेहद देखभाल करने वाली होती हैं। वे अपने बच्चों को इंसानों की तरह खड़े होकर खाना खिलाती हैं। यह दृश्य बेहद मनमोहक होता है और प्राकृतिक जगत के अनोखे पलों में से एक है। ये जीव अपनी सामाजिकता और संगठन कौशल के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध हैं और उनके ये गुण उन्हें अन्य जीवों से विशेष बनाते हैं।
मीरकैट की उम्र और रहन सहन
मीरकैट लगभग 13 वर्षों तक जीवित रह सकते हैं और उन्हें विश्व के विभिन्न चिड़ियाघरों में देखा जा सकता है। उनकी आकर्षक हरकतें और सामाजिक व्यवहार उन्हें पर्यटकों और प्राणी शास्त्रियों के बीच लोकप्रिय बनाते हैं। उनकी बुद्धिमानी और समूह में रहने की क्षमता उन्हें न केवल एक दिलचस्प प्रजाति बनाती है, बल्कि उन्हें जीव विज्ञान के अध्ययन के लिए भी महत्वपूर्ण बनाती है।