इस चीज की गंध से घर के आसपास भी नही भटकते सांप, बहुत कम लोगों को पता होती है ये बात
सांप प्रकृति के उन रहस्यमयी प्राणियों में से एक हैं, जिनका नाम सुनते ही अधिकतर लोगों के मन में डर और भय की भावना जाग उठती है। लेकिन यह भी एक विडंबना है कि सांप खुद भी अनेक चीजों से उतने ही डरते हैं, जितना कि इंसान उनसे। सांपों के डर को समझना और उनसे सुरक्षित दूरी बनाए रखना हमारे और उनके लिए दोनों के लिए ही बेहतर है।
यह जरूरी है कि हम सांपों के साथ सहयोग और सम्मान के साथ पेश आएं उन्हें अनावश्यक रूप से हानि न पहुंचाएं। उन्हें भी जीवित रहने का समान अधिकार है और हमें उनके साथ इस पृथ्वी को साझा करने के नैतिक कर्तव्य को समझना चाहिए।
सांप और उनके डर
सांपों का सबसे बड़ा डर अन्य सांपों से ही होता है। विशेष रूप से जब बात दूसरी प्रजातियों के सांपों की होती है। इस तरह के डर का मूल कारण उनका आपसी संघर्ष और क्षेत्रीयता होती है। हालांकि कुछ आक्रामक प्रजातियां जैसे कि किंग कोबरा और वाइपर अन्य सांपों से नहीं डरतीं और खतरे का सामना करने पर हमला करने के लिए तैयार रहती हैं।
शिकारी से भय
सांप अपने शिकारी जीवों से भी बेहद डरते हैं। शिकारी पक्षियों जैसे बाज और चील और अन्य जानवरों जैसे लोमड़ी, नेवला और रैकून से सांप अपने आप को खतरे में पाते हैं। इस खतरे से बचने के लिए सांप विशेष रक्षात्मक तंत्र अपनाते हैं। जिसमें बदबूदार तरल पदार्थ छोड़ना और फुफकारना शामिल है।
प्रकाश और ध्वनि
सांप, जो रात्रिचर होते हैं तेज रोशनी से बचने की कोशिश करते हैं। उनकी आंखें अंधेरे में देखने के लिए अनुकूलित होती हैं और तेज रोशनी उनकी दृष्टि को प्रभावित कर सकती है। इसी प्रकार सांप तेज ध्वनियों से भी डरते हैं, जो उन्हें भागने के लिए विवश कर सकती हैं।
सांपों के डर का समाधान
सांपों के डर को समझने और उन्हें अपने आस-पास से दूर रखने के लिए कुछ सरल उपाय अपनाए जा सकते हैं। जैसे कि घर के आसपास तेज रोशनी और ध्वनि उत्पन्न करना, जो सांपों को दूर रख सकता है। इसके अलावा घरों में लहसुन, नींबू, दालचीनी और मिंट जैसे पदार्थों का उपयोग करना भी सांपों को दूर रखने में मदद कर सकता है।