हरियाणा के इस लिंक रोड पर लगाए जाएंगे स्पीड ट्रैकर, स्पीड एक्स्ट्रा हुई तो कटेगा मोटा चालान
Delhi Mumbai Expressway link road: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे जो दिल्ली से मुंबई को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण सड़क परियोजना है अपने निर्माण के अंतिम चरण में है. इस परियोजना का उद्देश्य दो महानगरों के बीच यात्रा समय को काफी कम करना है. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने इस एक्सप्रेसवे पर उन्नत सुविधाओं की स्थापना की है जिसमें आधुनिक सड़क सुरक्षा उपाय और यातायात प्रबंधन प्रणालियां शामिल हैं.
टेक्नोलॉजी से बने एक्सप्रेसवे
इस एक्सप्रेसवे पर उच्च तकनीकी सुविधाएं (High-Tech Facilities) लगाई गई हैं जिनमें विशेष रूप से स्पीड ट्रैकर्स और स्मार्ट स्क्रीन्स शामिल हैं जो न केवल यातायात को सुगम बनाते हैं बल्कि सुरक्षा मानकों को भी बढ़ाते हैं. इन स्पीड ट्रैकर्स का उपयोग उन वाहनों की निगरानी के लिए किया जाएगा जो निर्धारित स्पीड सीमा (Speed Limit) से अधिक चल रहे होंगे. इससे यात्रा करने वालों को सुरक्षित और नियंत्रित यात्रा का अनुभव प्राप्त होगा.
फरीदाबाद सेक्शन
फरीदाबाद का हिस्सा जो इस एक्सप्रेसवे का एक महत्वपूर्ण खंड है अब तेजी से निर्माण कार्यों की समाप्ति की ओर अग्रसर है. इस खंड में विशेष रूप से यातायात के लिए विभिन्न स्पीड सीमाएं (Traffic Management) निर्धारित की गई हैं. यहां भारी वाहनों और हल्के वाहनों के लिए अलग-अलग गति सीमाएं तय की गई हैं जिससे यातायात की आवाजाही में सुविधा होगी और सड़क हादसों में कमी आएगी.
सुरक्षा और निगरानी में बढ़ोतरी
अधिक गति से चलने वाले वाहनों के लिए कड़ी निगरानी की व्यवस्था के तहत, इस एक्सप्रेसवे पर कई नए कैमरे (Surveillance Cameras) लगाए गए हैं. ये कैमरे न केवल सुरक्षा को बढ़ाएंगे, बल्कि समय-समय पर यातायात की स्थिति की जानकारी भी प्रदान करेंगे. इससे पहले कि यातायात की शुरुआत इस नवनिर्मित राजमार्ग पर हो, सभी तकनीकी सुविधाओं को परखा जा रहा है ताकि यात्रियों को बिना किसी अडचन के सुगम यात्रा की सुविधा प्रदान की जा सके.