दुनिया का ऐसा फल जिसे ट्रेन में लेकर नही कर सकते सफर, वरना हो सकती है मुश्किल

ट्रेन से सफर करते समय अक्सर यात्री कुछ नियमों को भूल जाते हैं जो कि यात्रा की सुरक्षा और सुविधा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं.
 

can not carry in train: ट्रेन से सफर करते समय अक्सर यात्री कुछ नियमों को भूल जाते हैं जो कि यात्रा की सुरक्षा और सुविधा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. भारतीय रेलवे के नियम न केवल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं बल्कि यात्रा के दौरान सामान्य व्यवस्था को भी बनाए रखते हैं. इन नियमों का ज्ञान हर यात्री के लिए जरूरी है.

ट्रेन में ले जाने वाले सामान पर बैन

ट्रेन में यात्रा करते समय कुछ चीजों को ले जाना प्रतिबंधित है. उदाहरण के लिए, विस्फोटक पदार्थ, गैस सिलेंडर और बड़े पालतू जानवर जैसी चीजें सुरक्षा कारणों से प्रतिबंधित हैं. इसके अलावा ट्रेन में भारी सामान ले जाने की भी एक सीमा (limitation on luggage) होती है, जिसे हर यात्री को पालन करना चाहिए.

ट्रेन में प्रतिबंधित फल

शायद ही कई लोगों को पता हो कि ट्रेन में कुछ खास प्रकार के फल ले जाना भी बंदहै. सूखा नारियल जो कि ज्वलनशील माना जाता है उन फलों में से एक है जिसे रेलवे नियमावली में ट्रेन में ले जाने के लिए मना किया गया है. यह नियम आग के खतरे को कम करने के लिए बनाया गया है.

जल्‍दी सड़ने और फफूंद का खतरा 

सूखा नारियल न केवल ज्वलनशील है बल्कि यह जल्दी सड़ सकता है और फफूंदी लगने का भी खतरा होता है. इसलिए रेलवे इसे ट्रेन में ले जाने की अनुमति नहीं देता. यह नियम यात्रा के दौरान स्वच्छता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है.

विक्रेताओं द्वारा उपाय

कई बार वेंडर्स भी सूखे नारियल को छीलकर ही बेचते हैं ताकि इसे सुरक्षित रूप से खाया जा सके और यात्रा के दौरान कोई समस्या न हो. यह प्रथा यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को सुनिश्चित करती है.