मुग़ल इतिहास का ऐसा शासक जो महिलाओं में नही बल्कि मर्दों में रखता था दिलचस्पी, हरम में खुद के लिए भर्ती करता था जोशीले लड़के

मुगल काल के बारे में लोगों की जानने की दिल्चस्पी हमेशा बनी रहती है. मुगल शासन में हिन्दुस्तान कैसा था, देशवासियों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता था? मुगलों का रहन-सहन कैसा था?
 

मुगल काल के बारे में लोगों की जानने की दिल्चस्पी हमेशा बनी रहती है. मुगल शासन में हिन्दुस्तान कैसा था, देशवासियों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता था? मुगलों का रहन-सहन कैसा था? इन सभी बातों को जानने के लिए लोग हमेशा उत्सुक रहते हैं. हम आपको अब तक मुगल शासनकाल के बारे में बहुत किस्से बता चुके हैं.

आज हम आपको मुगल शासक के समलैंगिक संबंध की कहानी बताने जा रहे हैं. इतिहास की किताबों में एक मुगल शासक के बारे में कहा गया है कि वह समलैंगिक संबंध बनाना बेहद पसंद करता था. आइये आपको बताते हैं उस मुगल शासक के बारे में.

यहां बात हो रही मुगल शासन काल के दिग्गज बादशाह बाबर की. द हिंदू में छपे एक आर्टिकल के अनुसार बाबर समलैंगिक था. इस आर्टिकल में बाबरनामा का हवाला देते हुए कहा गया है कि मुगल शासन का संस्थापक नए युवकों के से संबंध बनाने का शौकीन था. वह एक बड़ा लड़ाकू होने के साथ-साथ युवकों से संबंध बनाने का भी शौक रखता था.

इतिहास के पन्नों को पलटें तो उसमें कई मुगलों के समलैंगिक संबंध के किस्से मिल जाते हैं. इतिहासकारों ने लिखा है कि मुगल काल के हरम में खूबसूरत, कोमल और कामुक युवकों को भी रखा जाता था. इतना ही नहीं अमीर मुगल अपने हरम में स्त्रियों से ज्यादा युवकों को रखते थे.

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शाहजहां के शासन काल में समलैंगिकता का चलन था. इतिहासकार टवेरनियर ने लिखा है कि शाहजहां के शासनकाल में बुरहानपुर के गवर्नर की हत्या कर दी गई थी. इस हत्या के पीछे समलैंगिकता कारण था. इस घटना को लेकर कहा जाता है कि गवर्न का दिल एक युवक आ गया था. वह युवक के साथ संबंध बनाना चाहता था. युवक ने गुस्से में आकर गवर्नर की हत्या कर दी.