कड़कनाथ के अलावा ये 10 तरह के मुर्गे है बेस्ट, मार्केट में रहती है तगड़ी डिमांड

पोल्ट्री फार्मिंग ग्रामीण क्षेत्रों में आय का एक बढ़िया स्रोत है. यह न केवल आर्थिक रूप से व्यवसाय है बल्कि सामाजिक रूप से भी लाभकारी हो सकता है
 
10 types of chicken: पोल्ट्री फार्मिंग ग्रामीण क्षेत्रों में आय का एक बढ़िया स्रोत है. यह न केवल आर्थिक रूप से व्यवसाय है बल्कि सामाजिक रूप से भी लाभकारी हो सकता है क्योंकि यह ग्रामीणों को रोजगार मिलता है और उनकी आय में बढ़ोतरी करता है.

मुर्गीपालन की प्रमुख नस्लें

भारत में मुर्गीपालन के लिए कई प्रमुख नस्लें हैं जो न केवल अच्छा उत्पादन देती हैं बल्कि विशिष्ट जलवायु में भी सहजता से पल सकती हैं. ये नस्लें हैं असील, रोड आइलैंड रेड, अराऊकाना, देसी मुर्गी, बेयर नेक, निकोबारी, ग्रामप्रिय, वनराजा, रोड आइलैंड व्हाइट, और शंकरपुरम.

असील

असील नस्ल भारत में काफी प्रसिद्ध है विशेष रूप से अपनी मजबूती और लड़ाकू क्षमता के कारण. यह नस्ल न केवल स्वादिष्ट मांस प्रदान करती है बल्कि इसकी उच्च प्रजनन क्षमता भी होती है.

रोड आइलैंड रेड

रोड आइलैंड रेड नस्ल ज्यादा अंडा उत्पादन के लिए जानी जाती है. यह नस्ल अपने लाल रंग और मजबूत स्वास्थ्य के लिए पसंद की जाती है.

अराऊकाना

अराऊकाना मुर्गियां अपने नीले और हरे अंडों के लिए प्रसिद्ध हैं. यह दक्षिण अमेरिकी नस्ल अपनी विशिष्टता के कारण भारतीय फार्मों में लोकप्रियता हासिल कर रही है.

वनराजा

वनराजा नस्ल अपनी अच्छी मांस और अंडा उत्पादन क्षमता के लिए जानी जाती है. यह नस्ल भारतीय परिस्थितियों के लिए उत्कृष्ट है और इसे ग्रामीण परिवेश में आसानी से पाला जा सकता है.