देहरादून और दिल्ली के रास्ते की दूरी केवल 2 घंटे में हो जायेगी खत्म, करोड़ों के खर्चे से तैयार हो  रहा है ये 6 लेन एक्सप्रेसवे

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी वीरवार को अक्षरधाम से बागपत तक दिल्ली देहरादून ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के एक भाग का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे।
 

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी वीरवार को अक्षरधाम से बागपत तक दिल्ली देहरादून ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के एक भाग का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। आपको बता दें कि शीघ्र ही देश की राजधानी दिल्ली से उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के बीच का सफर काफी सरल होने जा रहा है।

दिसंबर महीने तक हो पूरा जाएगा प्रोजेक्ट

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा अक्षरधाम से बागपत तक दिल्ली देहरादून ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा कि इस साल दिसंबर महीने तक परियोजना का कार्य पूरा हो जाएगा। एक्सप्रेसवे से दिल्ली और देहरादून के बीच का सफर 2-2।5 घंटे में पूरा होगा।

दोनों शहरों के बीच की दूरी होगी कम

नितिन गडकरी ने उत्तर प्रदेश के बागपत में पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि एक्सप्रेसवे दोनों शहरों के बीच दूरी को 235 किमी से घटाकर 212 किमी कर देगा। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे को NH 72A भी कहा जाता है।

उन्होंने बताया कि यह एक्सप्रेसवे पूर्वी दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होगा और उत्तर प्रदेश के बागपत, शामली और सहारनपुर से होकर निकलेगा। गडकरी ने कहा कि इस सिक्स लाइन एक्सप्रेसवे का निर्माण करने के लिए 12000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।

वन्यजीवों के लिए किए जाएंगे विशेष उपाय

केंद्रीय मंत्री ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि इस कॉरिडोर के बनने के दौरान वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए स्पेशल उपाय किए गए हैं। गणेशपुर से देहरादून तक 12 किमी लम्बे एलेवाटेड कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है।

जिसमें जंगली जानवरों के लिए छह अंडरपास, हाथियों के लिए दो अन्डरपास, दो बड़े पुल और 13 छोटे पुल होंगे। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस सड़क पर 12 तरह की सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जा रही है।

यात्रियों को सफर में सुविधा के विशेष इंतजाम 

गडकरी ने आगे बताया कि पहले चरण में अक्षरधाम से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे क्रॉसिंग तक, जिसकी लम्बाई 31।6 किमी है, सड़क को करीबन 18 किमी तक ऊंचा उठाया गया है, क्योंकि यह आबादी वाले क्षेत्रों से जाती है। इस खंड को छह सर्विस लेन के साथ मुख्य कैरिजवे पर छह लेन के लिए डिजाइन किया गया है।

यात्रियों को सफर में सुविधा हो इसके लिए इसमें तीन एलिवेटेड सेक्शन और चार ओवर ब्रिज होंगे। गडकरी ने कहा कि एक्सप्रेसवे दिल्ली-देहरादून-सहारनपुर कोरिडोर  होने के साथ-साथ आर्थिक विकास को भी प्रोत्साहित करेगा और उत्तराखंड में पर्यटन गतिविधियों को भी आगे बढ़ाएगा।