हरियाणा से शिमला का सफर अब होगा आसान और आरामदायक, इस नए फ्लाईओवर के शुरू होते ही फर्राटे भरती दिखेगी गाड़ियां

हरियाणा सरकार ने प्रदेश में यातायात के प्रवाह को सुगम बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस दिशा में एक नई पहल के रूप में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने जीरकपुर-कालका हाईवे पर एक....
 

हरियाणा सरकार ने प्रदेश में यातायात के प्रवाह को सुगम बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस दिशा में एक नई पहल के रूप में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने जीरकपुर-कालका हाईवे पर एक नया फ्लाईओवर निर्माण किया है।

यह पहल न केवल यातायात को सुचारु बनाएगी बल्कि स्थानीय निवासियों के जीवन में भी सुधार लाएगी। हरियाणा सरकार और एनएचएआई की यह पहल निश्चित रूप से यातायात की समस्याओं का समाधान करेगी और प्रदेश के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

इसके साथ ही यह आशा की जाती है कि भविष्य में भी ऐसी ही अन्य परियोजनाएं लाई जाएंगी जो न केवल यातायात की सुचारुता को बढ़ाएंगी बल्कि प्रदेश के समग्र विकास में भी योगदान देंगी।

निर्माण कार्य की प्रगति

इस नवनिर्मित सिंगल लेन राइट टर्न फ्लाईओवर का काम लगभग पूर्णता की ओर है। निर्माण कार्य के लिए निर्धारित समय सीमा 15 जनवरी थी। परन्तु खराब मौसम के कारण कई बार विलंब हुआ। इस परियोजना पर कुल 13 करोड़ रुपये की लागत आई है, जो कि इसकी विशालता और महत्व को दर्शाता है।

आवागमन में सुविधा

25 अप्रैल से इस फ्लाईओवर का उद्घाटन वाहनों के लिए किया जाएगा। इसके खुलने से कालका-शिमला हाईवे पर यातायात की भीड़ में कमी आएगी और जाम की समस्या से राहत मिलेगी।

विशेषकर सेक्टर-12ए और 20 के फ्लाईओवर के नीचे लाइट प्वाइंट पर लगने वाले दिनभर के जाम से मुक्ति मिलेगी। इससे ट्रैफिक का दबाव कम होने की उम्मीद है। जिससे लोगों का समय बचेगा और उन्हें आवागमन में सुविधा होगी।

सामाजिक और आर्थिक प्रभाव

इस फ्लाईओवर के निर्माण से न केवल यातायात के प्रवाह में सुधार होगा, बल्कि स्थानीय व्यवसायों को भी बढ़ावा मिलेगा। यातायात की सुगमता से व्यापारिक गतिविधियां अधिक सुचारु रूप से संचालित हो सकेंगी। जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव आएगा। इस प्रकार यह परियोजना समाज के हर वर्ग के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।