लखनऊ से कानपुर का सफर हो जाएगा 35 मिनट में पूरा, 6 लेन एक्सप्रेसवे बनने से हो जाएगी मौज

हरियाणा सरकार ने लखनऊ और कानपुर के बीच यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत की है।
 

हरियाणा सरकार ने लखनऊ और कानपुर के बीच यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत की है। इस परियोजना के तहत एक नई एक्सप्रेसवे बनाई जा रही है जो कि सिर्फ एक साल के इंतजार के बाद यात्रियों को मात्र 35 से 40 मिनट में लखनऊ से कानपुर का सफर तय करने की सुविधा मिलेगी।

एक्सप्रेसवे की विशेषताएं और योजना के लाभ

इस 63 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे को छह लेन का बनाया जा रहा है जिससे यह सुनिश्चित होगा कि यात्री बिना किसी रुकावट के अपनी यात्रा पूरी कर सकें। इस एक्सप्रेसवे पर चढ़ने के बाद यात्रियों को रास्ते में ट्रैफिक जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा जो कि इसे और भी बेहतरीन बनाता है।

टोल दरें और यूजर्स शुल्क

एक्सप्रेसवे का उपयोग करने के लिए यात्रियों को सामान्य राष्ट्रीय राजमार्गों की तुलना में डेढ़ गुना टोल देना पड़ेगा। यह ज्यादा लागत इसकी उच्च गुणवत्ता और बेहतर यात्रा अनुभव को दर्शाता है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने पहले ही इस परियोजना का 50% से अधिक काम पूरा कर लिया है।

परियोजना की प्रगति और भविष्य की संभावनाएं

NHAI की कार्यदायी संस्था की अगर यही गति रही तो जून 2025 तक यह एक्सप्रेसवे आम जनता के लिए खुल जाएगा। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण लखनऊ और उन्नाव के 43 गांवों की 481 हेक्टेयर जमीन पर किया जा रहा है, जिसे ग्रीनफील्ड के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस जमीन के अधिग्रहण के लिए सरकार ने किसानों को 591 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया है।

आवेदन प्रक्रिया और नागरिकों की सुविधा

लखनऊ से यह एक्सप्रेसवे सैनिक स्कूल के पास से शुरू होता है और बनी तक गया है। इसके बाद का बचा हुआ मार्ग पूरी तरह से ग्रीन फील्ड है। NHAI के परियोजना निदेशक, सौरभ चौरसिया ने बताया कि प्रोजेक्ट 50% से अधिक पूरा हो चुका है और मौसम साफ होते ही काम की गति और बढ़ेगी। सरकार का प्रयास है कि निर्धारित समय से पहले ही इस परियोजना को पूरा किया जाए, जिससे लखनऊ और कानपुर के बीच की यात्रा और भी आनंदमय हो सके।