भारत का एकमात्र ऐसा गांव जिसमें आपको हर घर में मिल जायेगा यूट्यूबर, कई लड़के तो सरकारी नौकरी को छोड़कर बनाते है यूट्यूब के लिए वीडियो

आजकल वीडियो बनाने की रुचि बहुत बढ़ गई है। हर कोई मानता है कि यूट्यूबर बनना बहुत फायदेमंद है।
 

आजकल वीडियो बनाने की रुचि बहुत बढ़ गई है। हर कोई मानता है कि यूट्यूबर बनना बहुत फायदेमंद है। छत्तीसगढ़ की लोकप्रियता का आपको क्या पता है? यदि आप आज भी राज्य में नक्सलवाद के कारण को जानते हैं तो आप बहुत गलत हैं। आज हम एक ऐसे गांव के बारे में आपको बताने वाले हैं। जहां हर घर एक यूट्यूबर है चलिए इस गांव की कहानी आपको बताते हैं।

तीन हजार लोगों की है आबादी और एक हजार लोग हैं यूट्यूबर

Times ने बताया कि यहां 3,000 लोग रहते हैं। इन तीन हजार लोगों में से कम से कम एक हजार यूट्यूब उपयोगकर्ता हैं, इसकी लोकप्रियता को समझना आसान है।

गलियों में बनाते दिखेंगे वीडियोज

यहाँ आप लोगों को गलियों में वीडियो बनाते हुए देख सकते हैं। यहां 85 साल की दादी से 15 साल का पोता सभी वीडियो के लिए एक्ट करते हैं, यह गांव के लोगों ही बताते हैं।

सरकारी नौकरी तक छोड़ दी लोगों ने

ज्ञानेंद्र शुक्ला और जय वर्मा दोनों इसी गांव के रहने वाले हैं। दो आज यूट्यूब वीडियोज बनाते हैं। दोनों ने अपनी नौकरी छोड़ दी और इसके बाद यूट्यूब चैनल शुरू किया और वीडियोज बनाने लगे। ज्ञानेद्र सरकारी नौकरी करते थे। एसबीआई में बतौर वो नेटवर्क इंजीनियर काम करते थे। आजतक वो 250 के आसपास वीडियोज बना चुके हैं और उनके चैनल पर 1.15 लाख सब्सक्राइबर्स हैं।

जय वर्मा ने M.Sc किया है। वो प्राइवेट कोचिंग देते थे। वो बच्चों को पढ़ाते थे। इससे उन्हें 15 से 20 हजार रुपये की कमाई होती थी। लेकिन जब से उन्होंने यूट्यूब चैनल शुरू किया है

उसके बाद से उन्हें इसी चैनल से हर महीने में 30 से 35 हजार रुपये कमाई हो रही है। इनको दोनों को देखकर बहुत से लोगों को प्रेरणा मिली और वो भी यूट्यूब के लिए कॉन्टेंट बनाने लगे।

महिलाओं को भी मिलने लगा काम

पिंकी साहु, एक कलाकार भी हैं। उसने बताया कि यहां वीडियो कॉन्टेंट बनाने का क्रेज बढ़ने से महिलाओं को काफी काम मिलने लगा है। इन फिल्मों में उन्हें एक्टिंग करते हुए डेढ़ साल हो गया है। महिलाएं घरों से बाहर नहीं जाती थीं। लेकिन यूट्यूब ने इलाके की सोच बदल दी है। महिलाएं भी वीडियो में बेहतरीन एक्टिंग करने लगी हैं।