भारत का एकमात्र ऐसा गांव जिसको कहते है परियों का देश, रहस्यों से भरी पड़ी है ये अनोखी जगह

उत्तराखंड का खैट पर्वत जिसे 'परियों का देश' के नाम से भी जाना जाता है अपनी अनोखी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है।
 

उत्तराखंड का खैट पर्वत जिसे 'परियों का देश' के नाम से भी जाना जाता है अपनी अनोखी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है। गढ़वाल जिले में स्थित यह हिल स्टेशन अपने शांत और मनोरम वातावरण के साथ आगंतुकों को मोहित करता है। यहां की सौंदर्यता की तुलना अक्सर स्वर्ग से की जाती है जो यात्रियों को न केवल देश के कोने-कोने से बल्कि विदेशों से भी खींच लाती है। खैट पर्वत न केवल प्रकृति प्रेमियों के लिए बल्कि उन लोगों के लिए भी एक आदर्श स्थल है जो कम खर्च में कुछ अलग और अनोखा अनुभव खोज रहे हैं।

रहस्यमयी परिवेश और स्थानीय मान्यताएं

खैट पर्वत की खूबसूरती भले ही अपने आप में बेजोड़ हो, लेकिन इसके पीछे छिपे रहस्य भी कम दिलचस्प नहीं हैं। स्थानीय लोग और यात्री अक्सर यहां परियों के दर्शन होने की बात करते हैं। इस इलाके की परियों को योगिनियां और वनदेवियां माना जाता है जिन्हें थात गांव और आसपास के क्षेत्र की रक्षा करने वाली दिव्य शक्तियां कहा जाता है। यहां का खैटखाल मंदिर भी अपने रहस्यमयी महत्व के लिए विख्यात है, जिसे देखने के लिए यात्री विशेष रूप से आते हैं।

जून में लगने वाला मेला और स्थानीय परंपराएं

हर साल जून के महीने में यहां एक मेला लगता है, जो न केवल स्थानीय संस्कृति की झलक प्रदान करता है बल्कि यहां की हरियाली और नैसर्गिक सुंदरता के बीच आपके सभी तनावों को भी दूर कर देता है। खैट पर्वत में कैंपिंग की सुविधा भी उपलब्ध है, लेकिन शाम 7 बजे के बाद यहां कैंप से बाहर निकलने पर प्रतिबंध है। यहां म्यूजिक बजाने पर भी मनाही है, क्योंकि मान्यता है कि यह परियों को परेशान कर सकता है।