Tata और Mahindra की कारों में सेफ्टी के पीछे का असली कारण, जाने इसके पीछे की असली वजह
नई कार खरीदने वाले लोग चाहे मारुति सुजुकी या हुंडई की कार खरीदें, लेकिन टाटा मोटर्स या महिंद्रा एंड महिंद्रा के शोरूम में जाकर दोनों देशी कंपनियों की गाड़ियों को देखना चाहिए। सुरक्षा से भरपूर खूबियां और देसीपन इसकी सबसे बड़ी वजह हैं।
हालाँकि ये दोनों कंपनियां कार बेचने में तीसरे और चौथे स्थान पर हैं, लेकिन अब इन्हें खरीदने वालों का एक अलग वर्ग है। इस क्लास के लोगों को कारों में सेफ्टी फीचर्स का खास खयाल है, इसलिए वे कोशिश करते हैं कि वे एक हैचबैक, सेडान या एसयूवी खरीदें जो अच्छी सेफ्टी रेटिंग मिली है और हादसे में कम से कम नुकसान हो।
अब आप सोच रहे होंगे कि टाटा और महिंद्रा जैसी देशी कार कंपनियों के मुकाबले मारुति सुजुकी और हुंडई कार की कीमत क्यों अधिक है? इसके कई कारण हैं। इन दोनों कंपनियों में टाटा और महिंद्रा से अधिक विकल्प हैं। टाटा और महिंद्रा की गाड़ी तुलनात्मक रूप से अधिक महंगी हैं, इसलिए लोग इन्हें नजरअंदाज करते हुए मारुति और हुंडई की गाड़ी खरीदते हैं।
अब आप बताते हैं कि टाटा और महिंद्रा कार की बिक्री का सबसे बड़ा कारण क्या है? आपको हमने कई बार बताया है कि टाटा और महिंद्रा की गाड़ियां सुरक्षित मानी जाती हैं क्योंकि वे अपनी यूएसपी सेफ्टी रेटिंग को लगातार बढ़ा रहे हैं। साथ ही स्थानीयता के लिए वोकल टैग।
Global NCAP ने टाटा मोटर्स की नेक्सॉन, पंच, ऑल्ट्रोज, हैरियर और सफारी को स्टार सेफ्टी रेटिंग दी है, जबकि टियागो और टिगोर जैसे सस्ता हैचबैक और सेडान को चार स्टार सेफ्टी रेटिंग दी गई है। टाटा के पास एसयूवी श्रेणी में एक से अधिक सुरक्षित कार हैं और यह इस श्रेणी में अग्रणी है।
Hyundai और Mahindra की SUV700, SUV-N और SUV300 को पांच स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है। सेफ्टी के मामले में महिंद्रा की बाकी गाड़ीयों में बोलेरो, बोलेरो नियो, थार, मराजो और एक्सयूवी400 इलेक्ट्रिक एसयूवी शामिल हैं।