घर पर सरसो के तेल का स्वाद आपको पहुंचा सकता है हॉस्पिटल,  जाने सरसों के तेल का किस तरह नही करना चाहिए इस्तेमाल

भारत में सरसों का इस्तेमाल व्यापक रूप से किया जाता है। हर कोई सरसों के बारे में तो जरूर जानता होगा। लोग इसके तेल का भी इस्तेमाल करते हैं।
 

भारत में सरसों का इस्तेमाल व्यापक रूप से किया जाता है। हर कोई सरसों के बारे में तो जरूर जानता होगा। लोग इसके तेल का भी इस्तेमाल करते हैं। सरसों के तेल को शानदार व्यंजन बनाने और खाने में तड़का लगाने में इस्तेमाल किया जाता है।

आमतौर पर सरसों का मध्यम मात्रा में सेवन करने पर कोई नुकसान नहीं होता है। हालांकि, इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर को कुछ नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं कि सरसों के ज्यादा सेवन से क्या होता है।

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल असुविधा

बड़ी मात्रा में सरसों का सेवन करने से पेट की परत में जलन हो सकती है, जिससे मतली, उल्टी, दस्त और पेट में दर्द हो सकता है।

एलर्जी

कुछ लोगों को सरसों से एलर्जी हो सकती है और इसका सेवन करने से दुर्लभ मामलों में खुजली, पित्ती, होंठ, जीभ या गले में सूजन, सांस लेने में कठिनाई और एनाफिलेक्सिस जैसे लक्षण हो सकते हैं।

स्किन में जलन

स्किन पर सरसों का तेल या पेस्ट लगाने से कुछ लोगों में जलन, लालिमा और छाले पड़ सकते हैं।

खून पतला होना

सरसों में ऐसे यौगिक होते हैं जो खून के थक्के जमने में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं, इसलिए जो लोग खून को पतला करने वाली दवाएं (जैसे वारफारिन) ले रहे हैं उन्हें बड़ी मात्रा में सरसों का सेवन करने से बचना चाहिए।

लो ब्लड प्रेशर

कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि बड़ी मात्रा में सरसों का सेवन करने से ब्लड प्रेशर कम हो सकता है, जो हाइपोटेंशन वाले लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है।

गर्भपात

प्रेग्‍नेंसी में सरसों से परहेज करना चाहिए। डॉक्टर्स भी इसकी सलाह देते हैं। सरसों में पाया जाने वाला  रासायनिक यौगिक गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए हानिकारक होता है। वहीं, यूरोपियन हार्ट जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, सरसों मिसकैरेज का कारण बन सकता है।


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है। इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें। CANYON SPECIALITY FOODS इसकी पुष्टि नहीं करता है।)