भारत में जगह है वो मंदिर जहां हुआ था शिव पार्वती का विवाह, इस जगह शादी करने के लिए दूसरे राज्यों से भी आते है लोग
त्रियुगीनारायण मंदिर, जो उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में स्थित है, हिंदू धर्म में भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह स्थल के रूप में पूजित है। यहां पर वर्षभर हजारों लोग अपने विवाह की रस्में अदा करने आते हैं, जो इस स्थान की पावनता और महत्व को दर्शाता है।
विवाह की बुकिंग और तैयारी
यदि आप इस दिव्य स्थल पर अपना विवाह संपन्न करना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले मंदिर में विवाह के लिए बुकिंग करानी होगी। बुकिंग के लिए निर्धारित शुल्क 1100 रुपये है। विवाह की संपन्नता के लिए दोनों पक्षों के माता-पिता की सहमति अनिवार्य है। बुकिंग के लिए आवश्यक दस्तावेजों में दुल्हा-दुल्हन का आधार कार्ड और वैध फोन नंबर शामिल हैं।
बुकिंग प्रक्रिया और संपर्क सूत्र
बुकिंग के लिए आप मंदिर के जारी किए गए नंबरों 9690366214, 9675924898 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा, आप चाहें तो मंदिर में जाकर भी अपनी शादी के लिए बुकिंग करा सकते हैं।
मंदिर तक पहुंचने का मार्ग
त्रियुगीनारायण मंदिर तक पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग पहुंचना होगा। वहां से केदारनाथ धाम वाली सड़क पकड़कर गुप्तकाशी होते हुए आप मंदिर तक पहुंच सकते हैं।
आध्यात्मिक यात्रा और शादी का महत्व
त्रियुगीनारायण मंदिर में विवाह करना केवल एक रस्म नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा है। यहां शादी करने वाले जोड़े भगवान शिव और माता पार्वती से आशीर्वाद प्राप्त कर अपने नए जीवन की शुरुआत करते हैं। त्रियुगीनारायण मंदिर न केवल एक पवित्र स्थल है, बल्कि यह प्रेम, विश्वास, और साथी के साथ जीवन भर के बंधन का प्रतीक भी है।