नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे समेत दिल्ली NCR के इन रास्तों पर भारी वाहनो की रहेगी नो एंट्री, इस वजह से 21 से 25 सितंबर तक नही चला पाएंगे हेवी वहिकल

बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में मोटो जीपी बाइक रेस के लिए ट्रैफिक प्लान लगभग तैयार हो गया है। 21 से 25 सितंबर के बीच, नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे पर सभी व्यवसायिक वाहनों को रोकने की योजना बनाई गई है।
 

ग्रेनो के एक्सपो सेंटर में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो और बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में मोटो जीपी बाइक रेस के लिए ट्रैफिक प्लान लगभग तैयार हो गया है। 21 से 25 सितंबर के बीच, नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे पर सभी व्यवसायिक वाहनों को रोकने की योजना बनाई गई है।

सिर्फ आवश्यक सेवाओं के लिए आवश्यक वाहन जाने दिए जाएंगे। इस दौरान दिल्ली, चिल्ला और कालिंदीकुंज से मालवाहक वाहन नोएडा नहीं आ सकेंगे। डीटीसी बसों को केवल न्यू अशोक नगर और झुंडपुरा बॉर्डर से प्रवेश मिलेगा। विभिन्न योजनाओं में भी अलग-अलग तैयारी हैं।

परी चौक पर कई जगहों के लिए जाने वाली बसें खड़ी होती हैं। यूपी परिवहन निगम की बसें दिन भर चलती हैं, दिन में यूपी परिवहन निगम की बसें रहती हैं तो शाम को प्राइवेट ऑपरेटर्स की बसें भी रुकती हैं।

साथ ही, इन बसों को इस दौरान यहां से हटाकर अल्फा कमर्शल सेक्टर में एक खाली मैदान में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। बुद्ध सर्किट को परी चौक से शटल सेवा मिलेगी। इस दौरान प्रत्येक किलोमीटर पर दोनों राजमार्गों पर मोबाइल मार्शल लगाए जाएंगे।

एक्सप्रेसवे पर तैनात रहेगी एंबुलेंस

यमुना एक्सप्रेसवे या नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे के किनारे एंबुलेंस उपलब्ध होगी। इसके अलावा, जरूरत पड़ने पर दिल्ली तक एंबुलेंस पहुंचाने के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया जाएगा। इसके अलावा, एक वैकल्पिक उपाय भी चुना गया है। शाम को थकान से जाम लग सकता है।

ट्रैफिक पुलिस एंबुलेंस स्पेशल हेल्पलाइन नंबर भी जारी करेगी अगर कोई ऐम्बुलेंस जाम में फंस जाए। एंबुलेंस को इस नंबर पर सूचना मिलते ही प्राथमिकता पर निकाला जाएगा। ट्रैफिक पुलिस शेष तैयारियों को एक या दो दिन में निर्धारित करेगी।

ट्रक, बस, ऑटो यूनियन के साथ की बैठक

ग्रेनो में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो और मोटो जीपी बाइक रेस को लेकर ट्रैफिक पुलिस ने योजना पर विचार करना शुरू किया है। आयोजन के दौरान नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे पर भारी वाहनों का प्रवेश बंद रखने की योजना बनाई गई है।

तैयारी सिर्फ आवश्यक सेवा से जुड़े वाहनों को निकालने की है। यह जानकारी बुधवार को एसीपी ट्रैफिक सौरभ श्रीवास्तव ने ट्रक यूनियन, बस यूनियन, ऑटो यूनियन सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारियों के साथ मिलकर दी। इसके अलावा, तैयारियों पर सुझाव भी लिए गए।