मध्यप्रदेश के इन 14 स्टेट हाइवे का किया जाएगा चौड़ीकरण का काम, 884KM की सड़कों को फ़ोरलेन में किया जाएगा अपग्रेड

मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य के विकास और सुगम यातायात के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। प्रदेश के 14 राज्य राजमार्गों को चौड़ा करके फोर-लेन में बदलने की योजना है। जिसकी कुल लंबाई 884 किलोमीटर है।
 

मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य के विकास और सुगम यातायात के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। प्रदेश के 14 राज्य राजमार्गों को चौड़ा करके फोर-लेन में बदलने की योजना है। जिसकी कुल लंबाई 884 किलोमीटर है। इस भव्य परियोजना पर 5812 करोड़ रुपये का व्यय होने की संभावना है।

इस परियोजना के पूरा होने पर मध्यप्रदेश की सड़कें न सिर्फ चौड़ी होंगी बल्कि अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक भी होंगी। यह निर्णय न केवल प्रदेश के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है बल्कि यह यात्रा को अधिक आरामदायक और सुरक्षित बनाने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। इससे प्रदेश के आर्थिक विकास में भी सहायता मिलेगी और लोगों के जीवन में गुणवत्ता में सुधार होगा।

प्रोजेक्ट की आधारशिला

एमपीआरडीसी के प्रबंध संचालक अविनाश लवानिया ने इस परियोजना के बारे में बताया कि 14 सड़कों का फिजिबिलिटी सर्वे जारी है। चुनाव के बाद इस परियोजना के कागजी काम पूरे कर लिए जाएंगे और निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

चौड़ीकरण की दिशा में

उज्जैन से मक्सी  (36.50 किलोमीटर), ब्यौहारी टेटका मोड़ से शहडोल (50.65 किलोमीटर), रतलाम से झाबुआ (103.0 किलोमीटर), रायसेन से राहतगढ़ (92.12 किलोमीटर), गुना-फतेहगढ़-पारोन (63.97 किलोमीटर), लुकवासा-ईसागढ़- चंदेरी (72.96 किलोमीटर), बदनावर-पेटलावद-थांदला (73.74 किलोमीटर), थांदला-कुशलगढ़ (12.0 किलोमीटर), शिवपुरी- पोहरी-कराहल-गोरस (85.11 किलोमीटर), दमोह-हटा-गैसाबाद-सिमरिया (74.42 किलोमीटर), नीमच-सिंगोली राजस्थान बॉर्डर (85.52 किलोमीटर), गाड़ासरई-पंडरिया छत्तीगढ़ बॉर्डर (46.53 किलोमीटर), बछौन-चांदला-सरवई-चंद्रपुरा (58.32 किलोमीटर), मुरार-चित्तौरा (29.40 किलोमीटर)। ये सड़के इस परियोजना के अंतर्गत चौड़ी की जाएंगी। इस कदम से न केवल यातायात में सुधार होगा बल्कि सड़क सुरक्षा में भी वृद्धि होगी।

पैदल चलने वालों के लिए विशेष प्रावधान

सरकार ने इस बात का भी खास ध्यान रखा है कि सड़कों के किनारे पैदल चलने वालों के लिए पेव्ड शोल्डर्स बनाए जाएं, ताकि उन्हें भी सुरक्षित और सुगम यात्रा का अनुभव हो। यह न केवल वाहन चालकों बल्कि पैदल चलने वालों के लिए भी एक सुखद संदेश है।