इन लोगों को कभी भी खुद पर नही करना चाहिए घमंड, वरना हो सकता है ऐसा हाल

आचार्य चाणक्य जिन्हें उनकी बुद्धिमानी और नीतियों के लिए विशेष रूप से जाना जाता है ने मनुष्य के स्वभाव और जीवन शैली पर गहराई से विचार किया.
 

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य जिन्हें उनकी बुद्धिमानी और नीतियों के लिए विशेष रूप से जाना जाता है ने मनुष्य के स्वभाव और जीवन शैली पर गहराई से विचार किया. उनकी नीतियाँ आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी कि सदियों पहले थीं. उनके विचारों में अहंकार के विषय पर भी स्पष्ट निर्देश हैं, जिसे हर व्यक्ति को अपनाना चाहिए.

परोपकारी

चाणक्य कहते हैं कि दुनिया में असीमित संभावनाएं और रत्न छुपे हुए हैं, और खुद को सर्वश्रेष्ठ मानना मूर्खता है. वे विश्वास दिलाते हैं कि कोई भी परोपकारी कार्य करते समय यह न सोचे कि वह सबसे बड़ा परोपकारी है क्योंकि संभव है कि कोई और उससे भी अधिक परोपकार कर रहा हो.

शास्त्र का ज्ञान रखने वाले

ज्ञान की बात करते हुए चाणक्य ने स्पष्ट किया कि कोई भी ज्ञानी यह न समझे कि उसके पास सभी ज्ञान है. वे कहते हैं कि ज्ञान अनंत है और एक व्यक्ति जितना जानता है, संभव है कि कोई दूसरा उससे भी अधिक जानता हो.

विनम्र व्यक्ति

विनम्रता पर बल देते हुए चाणक्य बताते हैं कि विनम्र व्यक्ति को भी यह नहीं सोचना चाहिए कि वह दुनिया में सबसे विनम्र है. वे कहते हैं कि विनम्रता ऐसी गुणवत्ता है जो कई व्यक्तियों में अलग अलग रूपों में पाई जाती है और हर कोई अपने तरीके से विनम्र हो सकता है.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं इंटरनेट से ली गई है. किसी भी फायदे/नुकसान संबंधित  CANYONSPECIALITYFOODS.Com की कोई जवाबदेही नही होगी।