ये भैंस एक दिन में देती है 25 लीटर दूध, कीमत इतनी की आ जाएगी नई बाइक

पशुपालन ने भारतीय समाज में न केवल समृद्धि के द्वार खोले हैं बल्कि यह व्यक्तियों को स्वरोजगार देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
 

buffalo is a gives 25-liters of milk पशुपालन ने भारतीय समाज में न केवल समृद्धि के द्वार खोले हैं बल्कि यह व्यक्तियों को स्वरोजगार देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. गाय, भैंस, बकरी और सूअर पालन जैसे विविध रूपों में यह काम ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोकप्रिय होता जा रहा है. इससे जुड़े व्यक्ति न केवल अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं बल्कि समाज में अपनी एक अलग पहचान भी बना रहे हैं.

भैंस पालन

पशुपालन में भैंस पालन एक लाभकारी उद्यम हो सकता है, परंतु उन्नत नस्ल (advanced breed) की जानकारी के अभाव में कई पशुपालक आर्थिक नुकसान भी उठा बैठते हैं. इसीलिए मुर्रा नस्ल जैसी उन्नत भैंसों का पालन करके पशुपालक बेहतर मुनाफा (profitable returns) कमा सकते हैं. मुर्रा नस्ल विशेष रूप से दुधारू गुणों के लिए जानी जाती है और इसकी डेयरी उत्पादन क्षमता ज्यादा होती है.

मुर्रा नस्ल

मुर्रा नस्ल की भैंसें जिनकी उत्पत्ति मुख्य रूप से हरियाणा से मानी जाती है अपनी विशेष जलेबी आकार की छोटी सींगों, घुमावदार नाक और सुनहरे बालों के लिए प्रसिद्ध हैं. यह नस्ल न केवल भारत में बल्कि पंजाब, राजस्थान, और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी प्रचलित है. इस नस्ल की भैंस एक दिन में 22 से 25 लीटर दूध दे सकती है, जो इसे अत्यधिक दुग्ध उत्पादकता वाली नस्ल (high milk yield) बनाती है.

डॉ. इंद्रजीत वर्मा की विशेषज्ञता

रायबरेली के राजकीय पशु चिकित्सालय शिवगढ़ के पशु चिकित्सा अधिकारी, डॉ. इंद्रजीत वर्मा ने मुर्रा नस्ल के महत्व और इसकी उच्च दुग्ध उत्पादन क्षमता के बारे में बताया है. उनके अनुसार, इस नस्ल की भैंसों का पालन न केवल किसानों के लिए आर्थिक लाभ (economic benefits) सुनिश्चित करता है, बल्कि यह पशुपालन क्षेत्र में एक सुधार की दिशा भी तय करता है.

पशुपालन का असर 

पशुपालन न केवल व्यक्तिगत या पारिवारिक स्तर पर बल्कि समग्र आर्थिक स्तर पर भी भारतीय समाज को प्रभावित कर रहा है. इसने ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में नई आजीविका के अवसर (livelihood opportunities) खोले हैं और युवाओं को भी इसमें अपना करियर बनाने का मौका दिया है. इस प्रकार, पशुपालन भारतीय अर्थव्यवस्था में एक अहम रोल अदा कर रहा है.