बिहार का ये जिला बनने वाला है नैशनल हाइवे का जंक्शन, एक जिले से होकर गुजरेंगे 6 नैशनल हाइवे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बिहार में महत्वपूर्ण संरचनाओं का निर्माण जारी है। साथ ही, बिहार में बुलेट ट्रेन, मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी हब और एक्सप्रेस वे जैसे कई परियोजनाओं पर काम जारी है। साथ ही, बिहार में कई नए राष्ट्रीय राजमार्ग भी बनाए जा रहे हैं।
बिहार के भागलपुर जिले से गुजरने वाले छह राष्ट्रीय राजमार्गों में से एक होगा। इसका अर्थ है कि भागलपुर नेशनल हाईवे का जंक्शन बन रहा है। वास्तव में, पूर्वी बिहार से गुजरने वाली कई एनएच सड़कें भागलपुर में मिलकर जुड़ जाती हैं। फिलहाल भागलपुर में दो राष्ट्रीय राजमार्ग हैं।
लेकिन जल्द ही चार और राजमार्ग भी इस जिले से गुजरेंगे। ऐसे में, भागलपुर से देश के किसी भी कोने में सड़क मार्ग से जाना बहुत आसान हो जाएगा। इस प्रकार आप भागलपुर को राष्ट्रीय राजमार्गों का जंक्शन बनाने की प्रक्रिया को समझ सकते हैं। पूर्वी बिहार का भागलपुर कई राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ा हुआ है।
भागलपुर भी केंद्र सरकार की दो महत्वपूर्ण सड़कों से गुजरता है। विभाग के स्तर पर इसकी तैयारी जारी है और ये सभी राष्ट्रीय राजमार्ग बहुत जल्द ही तैयार हो जाएंगे। बिहार के भागलपुर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग मैं बक्सर से भागलपुर को जोड़ेगा। दूसरा रास्ता मोकामा-बेगूसराय एनएच 130 से मुंगेर के मिर्जाचौकी तक जाएगा।
यह मुंगेर पुल से भागलपुर होकर झारखंड जाएगा। फोरलेन पुल, जो तीसरा विक्रमशिला सेतु के समानांतर बनेगा, नवगछिया के NH31 और भागलपुर के NH80 को जोड़ेगा। एनएच 121बी है। इसके अलावा एनएच 31 से बीरपुर (सुपौल) तक एक मार्ग बनाया गया है।
NH106 नाम दिया जाएगा। यह मार्ग भी भागलपुर से गुजरेगा। साथ ही भलजोर हंसडीहा एनएच 133 की चौड़ीकरण और भागलपुर ढाका मोड़ की योजना भी है। इस सड़क को जल्द ही चौड़ी बनाया जाएगा। NH31 सहरसा से खगड़िया के महेशखूंट की ओर चला गया है।
एनएच 107 इसका नाम है। फुलौत पुल बनने के बाद, यह NH106 से मधेपुरा से भागलपुर में मिल जाएगा। ऐसे में बिहार में भागलपुर पहला राज्य होगा, जहां से पांच साल बाद लगभग छह राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरेंगे।
भागलपुर से गुजरेंगे ये छह राष्ट्रीय राजमार्ग
ग्रीडफील्ड कॉरिडोर योजना के तहत मुंगेर से मिर्जाचौकी तक गुजरने वाली सड़क का निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा। निर्माणाधीन फोरलेन को एनएच 333ए का दर्जा दिया गया है। यह सड़क मोकामा-बेगूसराय एनएच 31 से कटकर मुंगेर पुल के रास्ते भागलपुर होकर झारखंड व बंगाल की ओर जाएगी। मुंगेर पुल से मिर्जाचौकी तक फोरलेन एनएच 333 ए के नाम से जाना जाएगा।
फुलौत में कोसी नदी पर भी पुल बनने का काम जल्द शुरू होगा। इसके एप्रोच रोड से एनएच-31 के बिहपुर से एक सड़क पुल के रास्ते वीरपुर (सुपौल) तक जाएगी। इस पथ को एनएच बनाएगा। इसे एनएच 106 के नाम से जाना जाएगा।
भागलपुर को झारंखड व बंगाल से जोडने वाले 63 किलोमीटर भागलपुर-ढ़ाकामोड़-भलजोर (हंसडीहा) एनएच-133ई के चौड़ीकरण के निर्माण की योजना भी है। 652 करोड़ की लागत से निर्माणधीन 10 मीटर चौड़ीकरण रोड के लिए 35 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत हो चुकी है।
बिहार में बनने वाला तीसरा एक्सप्रेस-वे बक्सर भागलपुर एक्सप्रेस-वे के नाम से जाना जाएगा, जो बक्सर से भागलपुर तक बनेगा। इस पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को भागलपुर से जोड़ा जाएगा, जिसकी कुल लंबाई 350 किलोमीटर होगी।
असम तक जाने वाली एनएच-31 खगड़िया के महेशखूंट से सहरसा की ओर कट गया है। यह एनएच-107 कहलाता है। लेकिन, फुलौत पुल बनने के बाद यह मधेपुरा में 106 से जुड़कर सीधे भागलपुर में कनेक्ट हो जाएगा।
विक्रमशिला सेतु के समानांतर निर्माणाधीन फोरलेन पुल नवगछिया के एनएच-31 और भागलपुर के एनएच 80 से जुड़ेगा। इसे एनएच 131 बी का नाम दिया गया है।
ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर से बनेगा नया NH
भागलपुर में गंगा नदी पर एक और फोरलेन पुल बनाने की योजना 2022–2023 के बजट में है। इस पुल को साहेबगंज और भागलपुर के बीच बनाया जाएगा। कहलगांव-कुरसेला-फारबिसगंज फोरलेन करीब 120 किमी लंबा होगा।
ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर से भागलपुर को जोगबनी, एक अंतरराष्ट्रीय चेकपोस्ट से जोड़ने की योजना है। पूर्वी बिहार में भागलपुर पहला जिला होगा जहां छह से सात एनएच एक-दूसरे को पार करेंगे। इससे भागलपुर आगे बढ़ सकेगा।