ये किसान अपने खेतों में कुर्सियां उगाकर कर रहा है मोटी कमाई, आज ऑर्डर दोगे तो 7 साल बाद मिलेगी कुर्सी की डिलीवरी

दुनिया में आश्चर्यजनक और हैरतअंगेज घटनाएं होती हैं। यहाँ बहुत कुछ हैरान करने वाला है। ऐसी अजीब बातें पता चलती हैं कि आदमी दातों तले उंगलियां दबा लें
 

दुनिया में आश्चर्यजनक और हैरतअंगेज घटनाएं होती हैं। यहाँ बहुत कुछ हैरान करने वाला है। ऐसी अजीब बातें पता चलती हैं कि आदमी दातों तले उंगलियां दबा लें यहा फिर ऐसी बातें कि यकीन करने में भी कई बार सोचे।  आज हम एक ऐसे "किसान" से मिलेंगे जो कुर्सियों की जगह सब्जियां या फल उगाता है। 

खेत में उगी कुर्सियों की डिमांड कई देशों में

आप इसे सुनकर चौंक गए होंगे! लेकिन ये वास्तविक है। ये काम वास्तव में होते हैं। गैविन मुनरो खेतों में कुर्सियां उगाते हैं। यह इंग्लैंड में डर्बीशायर डील्स में रहता है। इस अजीब खेती में बहुत समय और मेहनत लगती है, लेकिन मुनाफा इतना होता है कि सुनने वालों को भी ऐसा बिजनेस करने का मन होता है। उसने कई देशों में कुर्सियों का उत्पादन किया है। खेत में उगी इन कुर्सियों को खरीदना भी सबके बस की बात नहीं है।

खास पेड़ों पर उगाई जाती हैं कुर्सियां

लकड़ियों की कुर्सियों को उगाने की कला के बारे में बात करते हुए, गैविन लकड़ी से बनाई गई कुर्सियों को सीधे पेड़ पर उगाते हैं। पेड़ों पर फल की तरह लटकती है। इसके लिए एक खास पेड़, गैविन वीलो का प्रयोग करता है। वीलो पेड़ की टहनियां बहुत मजबूत हैं।

इसी तरह सिकामोर, ओक और ऐश जैसे मजबूत बेलों वाले पेड़ भी फर्नीचर उगाने के लिए प्रयोग किए जाते हैं। पेड़ की बेलों को कुर्सियों की तरह बनाने के लिए गैविन लोहे के फ्रेम का उपयोग किया जाता है। लकड़ी की कुर्सी इन फ्रेम्स के अंदर फिट करके उगाई जाती है। हर पांच साल में पेड़ काट दिया जाता है ताकि कुर्सियों का शेप सुरक्षित रहे।

एक कुर्सी की कीमत 6 से 7 लाख रुपये

गैविन और उनकी पत्नी एलिस भी इस काम में बहुत सहयोग करते हैं। कुर्सियां उगने में बहुत समय लगता है, इसलिए किसी को कुर्सियां खरीदने के लिए कम से कम सात साल पहले ही ऑर्डर देना चाहिए। 5-6 साल की उम्र में कुर्सियां मिलती हैं। एक कुर्सी 6 से 7 लाख रुपये की कीमत होती है।