लंबे टाइम तक घर में गेंहु स्टोर करने के ये तरीके से है सबसे बेस्ट, घुन और कीड़े नही भटकेंगे आसपास

अक्सर लोग घरों में बड़ी मात्रा में अनाज जैसे चावल, दालें और गेहूं इकट्ठा कर लेते हैं। यह प्रवृत्ति खासकर उन किसानों में देखी जाती है जो अपनी फसल की कटाई के बाद जरूरत के लिए गेहूं को स्टोर करते हैं।
 

अक्सर लोग घरों में बड़ी मात्रा में अनाज जैसे चावल, दालें और गेहूं इकट्ठा कर लेते हैं। यह प्रवृत्ति खासकर उन किसानों में देखी जाती है जो अपनी फसल की कटाई के बाद जरूरत के लिए गेहूं को स्टोर करते हैं। कई लोग बाजार से आटा खरीदने की बजाय गेहूं खरीदकर उसे पिसवाना पसंद करते हैं।

लेकिन अनाज को ठीक से स्टोर न करने पर कभी-कभी उसमें कीड़े या घुन लग जाते हैं। जिससे अनाज नष्ट हो सकता है। इसलिए अनाज को सही तरीके से संग्रहित करना बेहद जरूरी है।

नीचे दीये गए उपायों को अपनाकर आप अपने अनाज को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं और कीड़े या घुनों से बचा सकते हैं। यह न केवल अनाज की गुणवत्ता बनाए रखने में मदद करता है। बल्कि आपके परिवार को स्वस्थ भोजन प्रदान करने में भी योगदान देता है।

घर पर गेहूं स्टोर करने की विधियाँ

यदि आप नियमित रूप से गेहूं का उपयोग करते हैं और 5-6 किलो गेहूं स्टोर करते हैं, तो उसे खराब होने से बचाने के लिए कुछ घरेलू उपाय अपना सकते हैं। गेहूं में कपूर, लौंग, नीम की पत्तियां, बड़े नमक के टुकड़े और माचिस की तीलियाँ डालकर रखें। ये सभी चीजें अपनी मजबूत गंध के कारण कीड़ों को अनाज के पास आने से रोकती हैं।

अनाज रखने का सही तरीका

अनाज को बोरियों में भरकर रखना एक प्रचलित और प्रभावी तरीका है। हालांकि इन बोरियों को सीधे जमीन पर नहीं रखना चाहिए। क्योंकि जमीन से नमी आ सकती है जिससे अनाज खराब हो सकता है। इसके लिए बोरियों को जमीन से लगभग दस इंच ऊंचाई पर बने प्लेटफॉर्म पर रखें।

पुरानी बोरियों का उपयोग

पुरानी बोरियों को दोबारा इस्तेमाल में लाने से पहले उन्हें 1% मेलाथियान के घोल में डुबोकर 10-15 मिनट तक रखें। इस प्रक्रिया से बोरी को अच्छी तरह साफ करके सुखाया जाता है। ताकि उसमें कोई कीट या घुन न बचे। इसके बाद ही अनाज को इसमें स्टोर करें।

नमी वाले अनाज का संग्रहण

अगर अनाज में नमी हो तो उसे तुरंत बोरियों में नहीं भरना चाहिए। पहले अनाज को सुखा लें क्योंकि नमी से कीड़े और फंगस लग सकते हैं जो अनाज को खराब कर देते हैं। विशेषकर बारिश के मौसम में नमी अधिक होती है। इसलिए इस दौरान अनाज को सुखाने का खास ख्याल रखें।