आधार कार्ड के जरिए इस नए तरीके से जमकर हो रहा फ्रॉड, टाइम रहते गौर कर लेंगे तो मेहनत की कमाई रहेगी सुरक्षित
भारत में फाइनेंशियल फ्रॉड की संख्या निरंतर बढ़ रही है। जनवरी 2020 से जून 2023 के बीच देश में रिपोर्ट किए गए साइबरक्राइम में से 75% फाइनेंशियल स्कैम थे। इन आंकड़ों को आईआईटी कानपुर ने एक अध्ययन में खोजा है।
वित्तीय फ्रॉड की शिकायतों में से अधिकांश डिजिटल बैंकिंग और UPI पेमेंट्स से संबंधित थे। इन साइबर अपराधियों ने हाल ही में शुरू हुए आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AePS) में मौजूद फॉल्ट का इस्तेमाल करने का नया तरीका खोज लिया है।
स्कैम के इस नए तरीके में सबसे भयानक बात यह है कि पीड़ित को कोई OTP, लिंक या ईमेल भी नहीं मिलता है। क्रिमिनल्स, जो आधार कार्ड पर रजिस्टर्ड हैं, आसानी से आपके सारे पैसे चुरा सकते हैं। ये स्कैमर्स पीड़ित व्यक्ति के बैंक का नाम और अकाउंट डिटेल के माध्यम से फिंगरप्रिंट डेटा हासिल करते हैं। सबसे खराब बात यह है कि AePS स्कैम में शामिल लोगों को अपने बैंक अकाउंट से पैसे निकालने के लिए कोई SMS तक नहीं मिलता।
ये स्कैमर्स अक्सर होटल, फोटोग्राफी स्टोर और स्थानीय साइबर कैफे में अपनी पीड़त की तलाश करते हैं। क्योंकि ये आम तौर पर स्थान हैं जहां लोग अपनी आधार डिटेल्स सबमिट करते हैं ये साइबर अपराधी बैंक अकाउंटों पर नजर रखते हैं जब वे आधार डिटेल हासिल कर लेते हैं।
जैसा कि पहले बताया गया है, फिंगरप्रिंट डिटेल्स इस स्कैम का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। रिपोर्टों के अनुसार, क्रिमिनल्स सरकारी कार्यालयों जैसे रजिस्ट्री कार्यालय से फिंगरप्रिंट डिटेल्स लेने की कोशिश करते हैं क्योंकि इन कार्यालयों में लोग रिकॉर्ड रखने के लिए अपने फिंगरप्रिंट देते हैं। फिंगरप्रिंट्स को निकालने के लिए सिलिकॉन थंब का उपयोग किया जाता है। और फिर AePS का उपयोग करके पीड़ित व्यक्ति के अकाउंट से धन निकाला जाता है।
बायोमीट्रिक आधार डिटेल्स को कैसे बंद करें?
AePS स्कैम से बचने के लिए आधार बायोमीट्रिक डिटेल्स को बंद रखना आवश्यक है। Uidai की वेबसाइट या mAadhaar मोबाइल ऐप का उपयोग करके आधार विवरणों को बंद कर सकते हैं। AePS हमेशा सभी आधारधारकों की डिफॉल्ट सेटिंग्स में समायोजित रहता है। इसलिए इस बार को हमेशा याद रखें और डिफॉल्ट सेटिंग्स में जाकर अपना डेटा सुरक्षित रखने के लिए डिसेबल कर दें।
आपको अपने स्मार्टफोन में mAadhaar ऐप डाउनलोड करना होगा, ताकि आप biometrics डिटेल्स को लॉक कर सकें और AePS डिफॉल्ट सेटिंग्स को डिसेबल कर सकें। इसके बाद, पंजीकृत मोबाइल नंबर से साइनअप करना होगा।
इसके बाद आपको आधार डेटा की जांच करनी होगी, फिर बायोमीट्रिक डेटा को लॉक करने का विकल्प मिलेगा।
याद रखें कि डेटा लॉक करने का विकल्प हमेशा उपलब्ध है। आप इसे बंद करके अपने आधार नंबर को सुरक्षित कर सकते हैं अगर आप चाहें। इससे कोई ऑनलाइन सेवाओं के लिए आधार नंबर और OTP का इस्तेमाल नहीं कर सकता है।
आधार-इनेबल्ड भुगतान प्रणाली क्या है? (Aadhaar-enabled payment system क्या है?)(
हाल ही में नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने आधार-इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AePS) शुरू किया है। इस सिस्टम को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) और विशिष्ट पहचान आयोग ऑफ इंडिया (UIDAI) ने बनाया है।
आधार कार्डहोल्डर इस नवीन सिस्टम का उपयोग करके बहुत से पैसे निकाल सकते हैं। इनमें कैश डिपॉजिट, फंड विड्रॉल, अकाउंट बैलेंस चेक करना, मिनी स्टेटमेंट निकालना, आधार-टू-आधार धन ट्रांसफर करना, ट्रांजैक्शन ऑथेंटिकेशन और BHIM Aadhaar के जरिए भुगतान शामिल हैं। बता दें कि ये सभी कार्य सिर्फ तीन आवश्यक जानकारी (बैंक का नाम, आधार नंबर और बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन) से किए जा सकते हैं।