क्रिकेट के भगवान की इस एक सलाह ने बदल दी थी धोनी की क़िस्मत, सचिन की वजह से दुनिया के सबसे सफल कप्तान बने धोनी

आज 7 जुलाई को भारतीय पूर्व क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं। माही को भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में गिना जाता है।
 

आज 7 जुलाई को भारतीय पूर्व क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं। माही को भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में गिना जाता है। 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, प्रशंसकों को अब सिर्फ आईपीएल में धोनी को खेलते देखा जा सकता है।

माही आज भी मैदान पर उतरते हैं तो पूरा स्टेडियम उनके नाम से गूंज उठता है। धोनी ने अपने करियर में हर चीज हासिल की जो एक खिलाड़ी चाहता है। माही ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप, 2011 वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियन ट्रॉफी जीता।

धोनी दुनिया में 3-3 आईसीसी ट्रॉफी जीतने का रिकॉर्ड रखने वाले एकमात्र कप्तान हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि धोनी शायद ऐसा नहीं कर पाते अगर क्रिकेट के भगवान ने उनकी सलाह नहीं दी होती?

24 साल की उम्र में किया डेब्यू 

भारतीय क्रिकेट टीम को महेंद्र सिंह धोनी जैसा कीमती नगीना क्रिकेट के भगवान यानी सचिन तेंदुलकर की सिफारिश के दम पर ही मिला था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रदापन करने से पहले धोनी ने क्रिकेट के गलियारों में बहुत अनुभव हासिल किया था।

जिस के कारण 24 साल की उम्र में उन्होंने जब भारतीय टीम के लिए प्रदापन किया तो वह बहुत परिपक्व हो चुके थे। युवराज सिंह, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे सीनियर खिलाड़ियों के होते हुए 2007 टी20 वर्ल्ड कप से पहले, सचिन तेंदुलकर ने धोनी का शांत दिमाग और खेल की समझ से कप्तानी की सिफारिश की। 

सचिन ने बताई धोनी के कप्तान बनने की कहानी 

धोनी को कप्तान बनाने की कहानी सचिन तेंदुलकर ने एक कार्यक्रम में बताई, "यह इंग्लैंड में था जब मुझे कप्तानी की पेशकश की गई थी।" मैंने कहा कि हमारे पास टीम में एक बेहतरीन लीडर है।

जो अभी जूनियर है और उसे देखना चाहिए। मैंने उससे कई बार चर्चा की है, विशेष रूप से मैदान पर जहां मैं पहली स्लिप में फील्डिंग करता हूँ. मैंने उससे अपनी राय पूछी है।'

सचिन ने धोनी को कप्तान की सिफारिश की 

"हालांकि, राहुल कप्तान थे लेकिन मैं उनसे पूछा और मुझे जो प्रतिक्रिया मिली वह बहुत संतुलित, शांत, फिर भी बहुत परिपक्व थी," उन्होंने कहा। विपक्ष से एक कदम आगे रहना अच्छी कप्तानी है। जैसा कि हम कहते हैं, जोश से नहीं, होश से खेलो, अगर कोई ऐसा करने के लिए पर्याप्त बुद्धिमान है।

आपको 10 गेंदों में 10 विकेट नहीं मिलेंगे। आपको इसकी तैयारी करनी होगी। दिन के अंत में स्कोरबोर्ड बहुत महत्वपूर्ण है। और मैंने वे गुण भी देखा। इसलिए मैंने उनका नाम सुझाया।'

कप्तान के रूप में बटोरी काफी चर्चा

फीनिशर और विकेट के पीछे फूर्तीले अंदाज के कारण धोनी ने कप्तान के रूप में भी काफी चर्चा बटोरी है। धोनी के संन्यास को लगभग तीन साल हो चुके हैं, लेकिन बल्लेबाजों को आज भी विकेट के पीछे रहते क्रीज छोड़ने से कतराना पड़ता है।

धोनी ने आईपीएल 2023 में अपने बड़े-बड़े डोलों के साथ छक्कों की बरसात की, और उनकी इसी फिटनेस को देखकर प्रशंसक मान रहे हैं कि माही अगले सीजन में भी अपने प्रशंसकों का मनोरजन करते दिखाई देगे।