भारत में इस संस्था के पास है सबसे ज्यादा जमीन, 2926.6 स्क्वायर किलोमीटर जमीन का इकलौता मालिक

हमारे देश में जमीन की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। हर व्यक्ति जमीन खरीदकर घर बनाने की कोशिश करता है। लेकिन मेट्रो सिटी में रहने के लिए बहुत कम जगह है। आज हम आपको बताएंगे कि भारत में सबसे अधिक जमीन...
 

हमारे देश में जमीन की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। हर व्यक्ति जमीन खरीदकर घर बनाने की कोशिश करता है। लेकिन मेट्रो सिटी में रहने के लिए बहुत कम जगह है। आज हम आपको बताएंगे कि भारत में सबसे अधिक जमीन किसके पास है और किसने इसका उपयोग किया है।  

किसके पास सबसे अधिक जमीन है?

भारत सरकार सबसे अधिक जमीन है। भारत सरकार के पास फरवरी 2021 तक लगभग 15,531 स्क्वायर किलोमीटर जमीन है, सरकारी जमीन सूचना प्रणाली की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के अनुसार।

जमीन पर 51 मंत्रालयों और 116 सरकारी सेक्टर कंपनी काम करती हैं। बता दें कि भारत सरकार के पास विश्व भर में कम से कम पच्चीस देशों की जमीन है। 

इस मंत्रालय में सबसे अधिक जमीन है

भारत सरकार के मंत्रालयों के आंकड़े देखें तो रेलवे सबसे अधिक जमीन है। भारतीय रेलवे 2926.6 स्क्वायर किलोमीटर देश भर में मालिक है। इसके बाद सेना (रक्षा मंत्रालय) और कोयला कोयला मंत्रालय का नंबर आता है, जो 2580.92 स्क्वायर किलोमीटर का क्षेत्र है।

साथ ही, ऊर्जा मंत्रालय चौथे स्थान पर है (1806.69 square miles), भारी उद्योग पांचवें स्थान पर है (1209.49 square miles) और शिपिंग छठे स्थान पर है (1146 square miles)।

सरकार के बाद सर्वाधिक संपत्ति किसके पास है?

भारत सरकार के बाद देश में कैथोलिक चर्चों की संख्या सबसे अधिक है। ये देश में भारत सरकार के बाद दूसरा सबसे बड़ा जमीन स्वामी है। देश भर में कैथोलिक चर्च ऑफ इंडिया ने हजारों चर्च, ट्रस्ट चैरिटेबल, सोसायटी, स्कूल, कॉलेज और अस्पताल चलाए हैं।

1972 के इंडियन चर्चेज एक्ट ने कैथोलिक चर्च ऑफ इंडिया को काफी जमीन दी। याद रखें कि अंग्रेजों ने ईसाई धर्म का प्रचार करने के लिए सस्ती दरों पर चर्च को जमीन पट्टा दी।

इतनी जमीन चर्च के पास है 

मीडियम पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, कैथोलिक चर्च देश भर में 14429 स्कूल-कॉलेज, 1086 शिक्षण संस्थान, 1826 अस्पताल और डिस्पेंसरी चलाते हैं। कैथोलिक चर्च की जमीन का अनुमानित मूल्य एक लाख करोड़ रुपये से अधिक है।

तीसरे नंबर में ये 

भूमि मामले में वक्फ बोर्ड तीसरे स्थान पर है। 1954 के वक्फ एक्ट के तहत स्थापित वक्त बोर्ड एक स्वतंत्र निकाय है। यह देश भर में हजारों मस्जिद, मदरसा, कब्रगाह का संचालन करता है और उनके पास जमीन है।

मीडियम का दावा है कि वक्फ बोर्ड के पास कम से कम छह लाख से अधिक अचल संपत्ति है। मुस्लिम शासनकाल में वक्फ को अधिकांश जमीन और संपत्ति मिली है।