गर्मियों में लोगों की पहली पसंद है ये गरीबों का प्रोटीन पाउडर, 12 रूपये के खर्चे में शरीर हो जाएगा ताजा

आजकल स्वास्थ्य और फिटनेस के प्रति लोगों की जागरूकता में काफी वृद्धि हुई है। हर कोई यह समझ चुका है कि अच्छी सेहत के बिना जीवन की गुणवत्ता में कमी आती है।
 

आजकल स्वास्थ्य और फिटनेस के प्रति लोगों की जागरूकता में काफी वृद्धि हुई है। हर कोई यह समझ चुका है कि अच्छी सेहत के बिना जीवन की गुणवत्ता में कमी आती है। इसी कारण अधिकतर लोग अब अपने खान-पान और दैनिक व्यायाम पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।

स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ने के साथ ही देसी और पारंपरिक खाद्य पदार्थ जैसे कि सत्तू एक बार फिर से लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं। इसके अनेक स्वास्थ्य लाभ इसे एक बेहतरीन विकल्प बनाते हैं।

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प्रोटीन पाउडर का चलन और चिंताएं

जिम जाने वाले अधिकांश लोग प्रोटीन पाउडर का उपयोग करते हैं। हालांकि बाजार में मौजूद कई प्रोटीन पाउडर नकली होते हैं जो लाभ पहुंचाने के बजाय हानि कारक सिद्ध होते हैं। ये नकली प्रोटीन पाउडर्स कई बार स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकते हैं।

भारतीय बाजार में सत्तू का पुनरुत्थान

सत्तू जो कि भुने हुए चने से बनाया जाता है भारत में प्राचीन काल से ही एक लोकप्रिय पेय है। यह पेय न केवल स्वाद में उत्तम है बल्कि इसके स्वास्थ्य लाभ भी अपार हैं। सत्तू प्रोटीन से भरपूर होता है और गर्मियों में तो यह शरीर को ठंडा रखने में भी मदद करता है।

स्वास्थ्य लाभों से भरपूर सत्तू

सत्तू न केवल प्रोटीन की आपूर्ति करता है बल्कि इसका सेवन शरीर को अंदर से ठंडा रखने के लिए भी कारगर है। यह लू से बचाव करता है और पाचन में भी सहायक है। बिहार और झारखंड में तो सत्तू की ड्रिंक सड़क के किनारे बहुतायत में मिलती है।

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सत्तू आर्थिक और स्वास्थ्यवर्धक विकल्प

जहां बाजार में बिकने वाला प्रोटीन पाउडर बहुत महंगा होता है वहीं सत्तू एक किफायती विकल्प है। एक गिलास सत्तू की कीमत मात्र दस से बारह रुपये होती है जो कि जेब पर भारी नहीं पड़ती। इस प्रकार सत्तू न केवल स्वास्थ्यवर्धक है बल्कि आर्थिक रूप से भी सुलभ है।