भारत के इस राज्य में है देश का आखिरी रेल्वे स्टेशन, जहां से पैदल जा सकते है विदेश

भारत एक विशाल देश है जिसकी सीमाएँ कई देशों से मिलती हैं। ऐसे में भारत के कुछ विशेष स्थान हैं जहाँ से आप सीधे पैदल चलकर दूसरे देश में प्रवेश कर सकते हैं।
 

भारत एक विशाल देश है जिसकी सीमाएँ कई देशों से मिलती हैं। ऐसे में भारत के कुछ विशेष स्थान हैं जहाँ से आप सीधे पैदल चलकर दूसरे देश में प्रवेश कर सकते हैं। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही दो प्रमुख रेलवे स्टेशनों के बारे में बात करेंगे जो भारतीय सीमाओं के अंतिम छोर पर स्थित हैं और जिनका ऐतिहासिक और रणनीतिक महत्व है।

अररिया का जोगबनी स्टेशन

बिहार के अररिया जिले में स्थित जोगबनी स्टेशन भारत का एक महत्वपूर्ण सीमावर्ती रेलवे स्टेशन है। इस स्टेशन से यात्री सीधे पैदल चलकर नेपाल में प्रवेश कर सकते हैं। यह स्थान न केवल यात्रियों के लिए बल्कि माल ढुलाई के लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण है। यहाँ से विभिन्न प्रकार के सामान नेपाल भेजे जाते हैं जिससे दोनों देशों के बीच की आर्थिक साझेदारी मजबूत होती है।

पश्चिम बंगाल का सिंहाबाद स्टेशन

पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में स्थित सिंहाबाद स्टेशन भी भारतीय सीमा के बेहद नजदीक है और यह बांग्लादेश से सटा हुआ है। इस स्टेशन का उपयोग मुख्यतः मालगाड़ियों के लिए किया जाता है और यह दोनों देशों के बीच माल ढुलाई में एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करता है। 1978 में शुरू हुई मालगाड़ियों के बाद यहां से यात्री ट्रेनें भी शुरू हुईं जिससे आवागमन और भी सरल हो गया।

सिंहाबाद और जोगबनी

इन दोनों स्टेशनों की विशेषता यह है कि वे न केवल भारत की सीमा के अंतिम छोर पर हैं, बल्कि ये दोनों देशों के बीच के व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा देते हैं। यहाँ के स्थानीय निवासी और यात्री इन स्टेशनों का उपयोग कर आसानी से दूसरे देशों में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय संबंधों में मित्रता और सहयोग की भावना मजबूत होती है।