चाइना में लोगों को प्यार करने का कोर्स करवा रही है ये यूनिवर्सिटी, लड़कियों के साथ प्रैक्टिकल क्लास लेने के लिए कुंवारों की लगती है लाइन

वर्तमान समय में दुनियाभर में अनेक प्रकार की नई-नई घटनाएं और बदलाव हो रहे हैं, जिनकी कल्पना करना भी कभी-कभी मुश्किल हो जाता है। इन बदलावों में टेक्नोलॉजी, शिक्षा के तरीके और नए-नए प्रोफेशनल कोर्सेज़ का...
 

वर्तमान समय में दुनियाभर में अनेक प्रकार की नई-नई घटनाएं और बदलाव हो रहे हैं, जिनकी कल्पना करना भी कभी-कभी मुश्किल हो जाता है। इन बदलावों में टेक्नोलॉजी, शिक्षा के तरीके और नए-नए प्रोफेशनल कोर्सेज़ का समावेश है, जो अपने आप में अनोखे हैं।

लेकिन आज हम जिस विषय पर चर्चा करने जा रहे हैं, वह शायद आपको आश्चर्यचकित कर दे। आज के समय में शिक्षा का क्षेत्र बहुत विस्तृत हो चुका है और इसमें इन्नोवेशन की बहुत संभावनाएं हैं। लेकिन इस इन्नोवेशन को सही दिशा में ले जाना हम सबकी जिम्मेदारी है, ताकि यह समाज के हर वर्ग के लिए लाभकारी सिद्ध हो।

चीन की यूनिवर्सिटी में प्यार सिखाने का कोर्स

हम सब जानते हैं कि चीन में शिक्षा का स्तर और इसकी विविधता काफी उन्नत है, लेकिन चीन की East China Normal University में चल रहे एक कोर्स ने सभी को चौंका दिया है। यहाँ एक अनूठा कोर्स शुरू किया गया है।

जिसमें लड़कियों को प्यार करने की कला सिखाई जाती है। इस कोर्स के दौरान एक पुरुष शिक्षक लड़कियों को यह बताता है कि वे अपने होने वाले पति को कैसे खुश रख सकती हैं।

प्यार के मनोविज्ञान की पढ़ाई

इस 36 घंटे की अवधि वाले कोर्स में लड़कियों को न केवल प्यार करना सिखाया जाता है, बल्कि उन्हें यह भी बताया जाता है कि वे खुद को किस तरह से आकर्षक बना सकती हैं। इसमें मेकअप के सही तरीके से लगाने से लेकर फिज़िकल फिटनेस तक की जानकारी दी जाती है।

कोर्स का उद्देश्य लड़कियों को ऐसे प्रोमोट करना है, जिससे वे पुरुषों को आकर्षित कर सकें और यह दर्शा सकें कि वे बच्चे पैदा करने के लिए तैयार हैं।

सोशल मीडिया पर उठा तूफान

जैसे ही इस कोर्स की तस्वीरें और वीडियो चीनी सोशल मीडिया पर वायरल हुए, लोगों के बीच एक बड़ी बहस शुरू हो गई। कुछ लोगों ने इसे दिलचस्प और नवीनता भरा कदम बताया, जबकि कई अन्य लोगों ने इसे महिलाओं के सम्मान के खिलाफ माना। चीन के कई एनजीओ और सामान्य जनता ने इस कोर्स को महिलाओं की स्वतंत्रता और सम्मान के खिलाफ बताया।

समाज में बदलाव की आहट

इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि शिक्षा और समाज में इन्नोवेशन के नाम पर कुछ भी हो सकता है। लेकिन यह भी जरूरी है कि हम समाज में बदलाव लाते समय महिलाओं के सम्मान और स्वतंत्रता को ध्यान में रखें।

अनूठी पहल होने के नाते यह कोर्स समाज में एक नई बहस की शुरुआत है, जिसका मुख्य विषय है - शिक्षा की सीमा और इसका समाज पर प्रभाव।