डॉक्टर की ख़राब लिखावट के कारण हर साल हज़ारों लोगों को जान से धोना पड़ता है हाथ, नई रिपोर्ट में आई सच्चाई को देख लोगों के उड़े तोते

दुनिया भर में मौत की अलग-अलग वजहें हैं। आप यकीन नहीं करेंगे कि अमेरिका जैसे देश में अब भी हर साल हजारों लोग खराब मेडिकल स्क्रिप्ट हैंडराइटिंग से मर जाते हैं।
 

दुनिया भर में मौत की अलग-अलग वजहें हैं। आप यकीन नहीं करेंगे कि अमेरिका जैसे देश में अब भी हर साल हजारों लोग खराब मेडिकल स्क्रिप्ट हैंडराइटिंग से मर जाते हैं। बिस्तर से गिरने से सैकड़ों लोग मर जाते हैं। मौत की और भी कई वजहें हैं जो आपको हैरान कर सकते हैं।

दुनिया भर में किन कारणों से और कैसे मौतें हो रही हैं? मानवता की उत्पत्ति से अब तक कितने लोगों की मौत हो चुकी है? क्या मृत्यु दंड लीगल है? ऐसे ही कई सवालों के जवाब जानें।

मरने के तीन दिन बाद, शरीर उस खाने को खाने लगता है जो हमने मरने से पहले खाया था। ऐतिहासिक दस्तावेजों से पता चलता है कि मृतकों को दफनाने की परंपरा 350 हजार वर्षों से अधिक पुरानी है। मानवता की शुरुआत से लगभग 100 बिलियन लोग मर चुके हैं। उनके जन्मदिन पर १५३ हजार लोग मर गए।

दूसरे कई अध्ययन में इन आंकड़ों को और अधिक स्पष्ट किया गया है। इन रिपोर्टों का दावा है कि मेडिकल स्क्रिप्ट की गड़बड़ियों और गलतियों से हर साल अमेरिका में 4.5 लाख से अधिक लोग मरते हैं। ये आंकड़ा पांच वर्ष पहले का है। इसलिए यह संख्या अब बदल सकती है। दुनिया भर में डॉक्टरों की गलत हैंडराइटिंग से मरीज की स्थिति गंभीर होने या मरने की खबरें बहुत आम हैं। भारत में भी ओडिशा हाईकोर्ट ने कहा कि डॉक्टरों को समझ में आने वाली हैंडराइटिंग में लिखना चाहिए।

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2018 में टाइम मैगजीन ने एक रिपोर्ट में बताया कि वहां एक साल में 7000 से ज्यादा लोग घिस्सामार हैंडराइटिंग और डॉक्टरों की बुरी सेवाओं से मर गए। नेशनल एकेडमिक्स ऑफ साइंस इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिन (NIM) का कहना है कि डेढ़ लाख ज्यादा लोग बीमार हो जाते हैं क्योंकि डॉक्टर अपनी खराब राइटिंग में प्रिवेंटिव दवाएं लिखते हैं, जो अक्सर समझ में नहीं आतीं। गंभीरता से लेते हैं। रिपोर्ट बताती है कि हर साल अमेरिका में 32 करोड़ मेडिकल स्क्रिप्ट समझ में नहीं आने से समस्याएं बढ़ जाती हैं।

मौत की और भी वजहें होती हैं. कभी कभी रोमांच भी इसकी वजह बनता है. माउंट एवरेस्ट पर 200 शव हैं जो इसकी पगडंडियों पर फैले हैं. ये शव शीर्ष पर पहुंचने की कोशिश करने वालों के लिए रेफ्रेंस पॉइंट की तरह इस्तेमाल किए जाते हैं. अध्ययन से पता चलता है कि शार्क मछली एक साल में लगभग 12 लोगों को मार देती है जबकि मनुष्य एक घंटे में लगभग 11,417 शार्क को मारते हैं.

टाइम मैग्जीन के मुताबिक, यूएस में हर साल 600 लोगों की मौत बेड से गिरने की वजह से हो जाती है. ये बात कुछ अस्वाभाविक लगती है लेकिन ये है. वजह है अकेले रहते लोग या नशे की हालत में सोते समय हुए हादसे. 

आंकड़े बताते हैं विमान दुर्घटना में मारे जाने की तुलना में एयरपोर्ट के रास्ते पर कार दुर्घटना में मारे जाने की संभावना ज्यादा है. जब हम मरते हैं सुनाई देना सबसे आखिर में बंद होता है.

विभिन्न अध्ययनों से पता चलता है कि कम एक्सरसाइज भी विश्व में होने वाली सबसे अधिक मौतों के कारणों में से एक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि दुनिया में हर आठ में से एक व्यक्ति प्रदूषण से जुड़ी बीमारी से मरता है।

ब्रिटेन में एक ऐसी सर्विस है जो किसी के अंतिम संस्कार में रोने के लिए लोग मुहैया कराती है. 2013 में गूगल ने Calico नाम की एक कंपनी को फंड दिया किया, जिसका मकसद मृत्यु का इलाज खोजना है.

नीदरलैंड्स की राजधानी एम्सटर्डम में अगर कोई अकेला रहता है और उसके अंतिम संस्कार में जाने वाला कोई नहीं है तो इसके लिए एक कवि मुहैया है जो समारोह में छोटी कविता लिखता और सुनाता है.

जापान में जो लोग अकेले रहते हैं और उनकी मौत हो जाती है, तो उनके लिए Kodokushi शब्द इस्तेमाल किया जाता है. LifeGem नाम की कंपनी लोगों की राख से हीरे बनाती है.

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वर्तमान में दुनिया भर में मौत की सबसे बड़ी वजह सड़क हादसे, कैंसर और दिल से जुड़ी बीमारियां हैं। एक वैज्ञानिक मरने की तिथि जान सकता है। वह वैज्ञानिक शरीर में पाए जाने वाले कीड़ों की जांच करके इस बात का पता लगाता है।