एक वंदे भारत ट्रेन को बनाने के लिए सरकार को पानी की तरह बहाने पड़ते है पैसे, फिर ट्रेन से होने वाली कमाई को देख आपको नही होगा विश्वास

भारतीय रेलवे हर दिन लाखों लोगों अपनी यात्रा करते है। रेलवे लोगों के सफर को सुविधाजनक बनाने के लिए लगातार नवीनतम सुविधाएं प्रदान कर रहा है। इसी उद्देश्य से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत की गई है। 
 

भारतीय रेलवे हर दिन लाखों लोगों अपनी यात्रा करते है। रेलवे लोगों के सफर को सुविधाजनक बनाने के लिए लगातार नवीनतम सुविधाएं प्रदान कर रहा है. इसी उद्देश्य से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत की गई है, जो आम ट्रेनों से बहुत अलग है।

वंदे भारत ट्रेन अब तक देश भर में 13 रूट पर चल रही है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस सेमी हाई स्पीड इंजनलेस ट्रेन को बनाने में कितना पैसा खर्च होता है और इससे हर महीने कितनी कमाई होती है?

वंदे भारत ट्रेन बनाने का खर्च 

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का निर्माण करना लगभग 110 से 120 करोड़ रुपये का खर्च होता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इंटीग्रल कोच फैक्ट्री के चेन्नई के महाप्रबंधक एके अग्रवाल ने बताया कि 16 कोच वाले इंजनलेस सेमी हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन को बनाने में लगभग 120 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

एक सामान्य ट्रेन बनाने का खर्च

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 24 डिब्बे की एक सामान्य ट्रेन बनाने में लगभग 66 करोड़ रुपये का खर्च आता है। जबकि एक डिब्बे का मूल्य लगभग 2 करोड़ रुपये है, सामान्य ट्रेन के इंजन का निर्माण औसतन 18 करोड़ रुपये लगता है। 24 डिब्बों की ट्रेन बनाने में औसतन 66 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

वंदे भारत की मासिक कमाई

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन ने देश भर में 13 रूट्स पर सेवा शुरू की है और हर रूट पर किराया अलग है। इसलिए प्रत्येक ट्रेन की कमाई अलग हो सकती है। वंदे भारत ट्रेन, जो दिल्ली से वाराणसी तक चलती है, रिपोर्ट्स के अनुसार, हर महीने औसतन 7 करोड़ रुपये की कमाई करती है।

वहीं, फरवरी में शुरू हुए मुंबई-सोलापुर वंदे भारत एक्सप्रेस और मुंबई-साईनगर शिर्डी वंदे भारत एक्सप्रेस को अच्छा प्रतिसाद मिला है। इस रूट पर रेलवे ने महीने भर में 8.6 करोड़ रुपये कमाए हैं।